Noida: आत्महत्या के मामले में तीन पुलिसकर्मी निलंबित

बंदी की निगरानी ये तीनों सिपाही कर रहे थे

Update: 2024-08-06 09:24 GMT

नोएडा: लुक्सर जेल में बंदी की मौत के मामले में जेल प्रशासन ने तीन सिपाहियों को निलंबित कर दिया. बंदी की निगरानी ये तीनों सिपाही कर रहे थे. इनकी निगरानी के बावजूद बंदी ने बीते को आत्महत्या कर ली थी. प्रथम दृष्टया जांच में सिपाहियों की लापरवाही सामने आने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. साथ ही, उनके खिलाफ जांच भी शुरू कर दी गई है. वहीं, घटना के बाद से जेल में पहरा और भी सख्त कर दिया गया है.

मूलरूप से ग्राम पीडिया खुर्द जिला बलरामपुर का रहने वाला 42 वर्षीय बनारसी 13 सितंबर 20 से लुक्सर जेल में बंद था. जेवर कोतवाली पुलिस ने करीब एक साल पहले बनारसी को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था. बनारसी पर अपने साथी की हत्या का आरोप था. उसने बीते को जेल में पानी की टंकी के पाइप पर अपने गमछे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. जेल में बंदी की हत्या की सूचना पर पुलिस अधिकारियों के साथ जेल अधिकारियों ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया था. जांच के दौरान पता चला कि बैरक की सुरक्षा में हेड वार्डन सत्यप्रकाश, सिपाही भूरीलाल और प्रशांत की ड्यूटी लगी थी, लेकिन उन्होंने ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरती. इसके चलते जेल प्रशासन ने उन्हें निलंबित कर दिया. उनके खिलाफ गोपनीय जांच भी शुरू कर दी गई है.

जेल प्रशासन ने किया था अंतिम संस्कार जांच में सामने आया है कि बंदी मानसिक तनाव में था. वह अविवाहित था. हत्या के आरोप में जेल में बंद बंदी बनारसी से उसके परिवार के लोग कभी मिलने के लिए नहीं आते थे. इसे लेकर वह हमेशा परेशान रहता था. उसकी मौत के बाद जेल प्रशासन ने उसके परिवार से अंतिम संस्कार के लिए संपर्क किया, लेकिन परिजनों ने उससे किसी प्रकार का रिश्ता न होने के चलते अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था. इसके बाद जेल प्रशासन ने ही उसका अंतिम संस्कार किया था.

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