Noida: एक्सप्रेसवे पर तेज गति में दौड़ने वाले वाहनों की संख्या करीब 50 फीसदी बड़ी

यमुना एक्सप्रेसवे पर गति का नियम तोड़ने वाले 50 बढ़े

Update: 2024-07-19 05:56 GMT

नोएडा: यमुना एक्सप्रेसवे पर तेज गति के कारण आए दिन हो रहे हादसे के बाद भी चालक सजग नहीं हो रहे. इस एक्सप्रेसवे पर तेज गति में दौड़ने वाले वाहनों की संख्या करीब 50 फीसदी बढ़ गई है. परिवहन विभाग के अनुसार वर्ष 2022 की तुलना में बीते साल लगभग हजार अधिक वाहनों के चालान तेज रफ्तार के कारण हुए.

परिवहन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2021 में 1689, वर्ष 2022 में 2243 वाहनों के चालान तेज गति में वाहन दौड़ाने के कारण इंटरसेप्टर से किए गए थे. वहीं, बीते साल यह संख्या 3188 रही. इस साल तक 544 वाहनों के चालान तेज गति में दौड़ने के कारण किए गए हैं. एआरटीओ प्रशासन डॉ. सियाराम वर्मा ने कहा कि प्रवर्तन टीम इंटरसेप्टर पर लगे कैमरे से वाहनों की गति की निगरानी करती है. निर्धारित से तेज गति में दौड़ते वाहनों के चालान किए जाते हैं. रफ्तार के नियम के उल्लंघन में गौतमबुद्ध नगर के अलावा अन्य जिले और प्रदेश के वाहन भी शामिल हैं. इनमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत अन्य प्रदेश में पंजीकृत वाहन हैं. उन्होंने कहा कि तेज रफ्तार में वाहन दौड़ते मिलने पर चालान के अलावा चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया जाता है. यह यातायात पुलिस और प्रवर्तन टीम की संस्तुति पर किया जाता है.

यमुना एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटे और भारी गाड़ियों की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटे निर्धारित है. इससे तेज गति में दौड़ते वाहनों के चालान किए जाते हैं. कुछ प्रवर्तन अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित से से दस किलोमीटर प्रति घंटे अधिक रफ्तार में वाहन दौड़ते मिलने पर राहत दे दी जाती है.

तेज रफ्तार के कारण कई हादसे हो चुके:

● इसी साल अप्रैल में टायर फटने से थार आगे चल रहे ट्रक में घुस गई थी. हादसे में थार के परखच्चे उड़ गए थे. घटना के समय थार की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे थी.

● इसी साल अप्रैल में ग्रेटर नोएडा से देवरिया जा रहे दूल्हे की कार यमुना एक्सप्रेसवे पर टायर फटने से सड़क हादसे की शिकार हो गई थी. हादसे में लोगों की मौत हो गई थी.

● मार्च 2024 को यमुना एक्सप्रेसवे के खुर्जा अंडरपास पर बस के इंतजार में खड़े लोगों को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी. हादसे में घायल जहांगीरपुर के चक नगलिया निवासी सुरेश, मथुरा के मानागढ़ी निवासी पिता-पुत्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने सुरेश को मृत घोषित कर दिया था.

किस वर्ष कितने चालान

वर्ष चालान

2021 1689

2022 2243

2023 3178

2024 544

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