Noida: क्यूआर कोड के जरिए समस्याओं का समाधान होगा: यूपीसीडा

अब बिजली और निर्माण कार्यों से जुड़ी समस्या क्यूआर कोड से दूर होगी

Update: 2024-06-07 06:30 GMT

नोएडा: उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के औद्योगिक सेक्टरों में अब बिजली और निर्माण कार्यों से जुड़ी समस्या क्यूआर कोड से दूर होगी. इसके लिए क्यूआर कोड स्कैन कर उसकी फोटो ठेकेदार के नाम पर भेजनी होगी.

ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों का मोबाइल नंबर क्यूआर कोड स्कैन करने पर मिल जाएगा. यूपीसीडा के अंतर्गत आने वाले ग्रेटर नोएडा के पांच औद्योगिक सेक्टरों में अब तक बिजली के 33 खंभों पर क्यूआर कोड लगाए जा चुके हैं. वहीं सिविल वर्क के लिए ऑफिस समेत सेक्टर के महत्वपूर्ण स्थानों पर छह क्यूआर कोड लगाए गए हैं. इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं. लोगों ने फोन कर शिकायत करना शुरू कर दिया है.

यूपीसीडा ने अपने औद्योगिक क्षेत्रों में क्यूआर कोड सिस्टम लागू किया है. योजना के तहत बिजली के खंभों पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं. जिस खंभे में समस्या होगी, उसका क्यूआर कोड स्कैन करने के बाद ठेकेदार और अधिकारी के नंबर पर भेजना होगा. इससे समस्या का जल्द निस्तारण हो सकेगा. इसके लिए डाटा सेंटर बनाया गया है. वहां एक- एक शिकायत सिस्टम पर दर्ज होगी. समस्या का कब निस्तारण हुआ, ये भी पता चल सकेगा. बिजली और सिविल वर्क यानी निर्माण कार्यों के लिए अलग- अलग क्यूआर कोड हैं. अधिकारियों के मुताबिक, जिन खंभों में क्यूआर कोड लगाए गए हैं, उसमें फर्म का नाम, ठेकेदार का नाम असैा मोबाइल नंबर लिखा होगा. जिस खंभे में दिक्कत होगी, उसी के कोड की फोटो खींचकर पोल पर लिखे ठेकेदार के नंबर पर भेजनी होगी. समस्या का निस्तारण संबंधित ठेकेदार द्वारा कराया जाएगा. खंभों औरा स्ट्रीट लाइट के लिए फर्मों के साथ तीन साल का सालाना रखरखाव शुल्क तय किया गया है. क्यूआर कोड स्कैन करते ही जिम्मेदार फर्म का नाम, रखरखाव की अवधि, उसकी फीस और दो मोबाइल नंबर यूपीसीडा के प्रबंधक और सहायक प्रबंधक के सामने आ जाएंगे.

सेक्टरों के मुख्य गेट पर भी लगाए जा रहे

औद्योगिक सेक्टरों के मुख्य गेटों पर भी क्यूआर कोड लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा पैनल सिस्टम की निगरानी अलग से होगी. एक पैनल से 40 खंभे जुड़े होते हैं. पैनल बंद होते ही सूचना यूपीसीडा के कस्टमर रिलेशन डाटा सेंटर पर पहुंच जाएगी.

बिजली और सिविल वर्क से जुड़ी शिकायतों के जल्द निस्तारण के लिए क्यूआर कोड सिस्टम लागू किया गया है. यूपीसीडा के पांच औद्योगिक सेक्टरों में 33 क्यूआर कोड लगाए जा चुके हैं. सिविल वर्क से संबंधित छह क्यूआर कोड लगाए गए हैं. क्यूआर कोड की फोटो भेजते ही समस्या का निस्तारण हो जाएगा.

-एनके जैन, वरिष्ठ प्रबंधक सिविल यूपीसीडा

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