Noida: ग्रैप के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश

Update: 2024-11-09 07:17 GMT

नोएडा: प्रदेश के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ़ अरुण कुमार ने ग्रैप के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में चार जिलों गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और हापुड़ के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.

प्रदेश के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री ने कहा कि 10 और 15 साल पुराने वाहन सड़कों पर उतरने न पाएं. पुराने वाहनों को स्क्रैप किया जाए. इसके लिए पुलिस और परिवहन विभाग को संयुक्त रूप से मिलकर काम करना होगा. ऐसा काम किया जाए कि स्कूल, कॉलेज और निर्माण कार्य बंद करने की नौबत न आए.

डॉ़ अरुण कुमार ने ग्रैप स्टेज-2 की समीक्षा बैठक में कहा कि एनसीआर के ये चारों जिले अत्यंत संवेदनशील हैं. ऐसे में निर्माण एवं खनन साइटों का भी नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए. सभी विभागों की संयुक्त टीमें गठित कर इस पर गंभीरता से काम किया जाए. एनजीटी एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों का पालन सुनिश्चित कराया जाए.

राज्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सड़कों पर धूल न उड़ने पाए, इसके लिए पानी का छिड़काव किया जाए. सामान ढोने के लिए प्रयुक्त किए जाने वाले वाहन खुले न हों. कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वायु प्रदूषण की पैदा होती गंभीर समस्या के बारे में किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए, ताकि वे खेतों में पराली न जलाएं.

एंटी स्मॉग गन लगाएं अपर मुख्य सचिव पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज सिंह ने कहा कि शहरी क्षेत्र में सीएनजी, इलेक्ट्रिक एवं सार्वजनिक वाहनों का उपयोग सुनिश्चित किया जाए. धूल न उड़े, इसके लिए एंटी स्मॉग गन, वाटर टैंकर द्वारा लगातार पानी का छिड़काव करने एवं शहरी क्षेत्र में सड़कों की मशीनों द्वारा सफाई किए जाने के निर्देश दिए. इस अवसर पर सांसद डॉ़ महेश शर्मा, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा, जिलाधिकारी बुलंदशहर, आदि अधिकारी मौजूद रहे.

वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी

समीक्षा बैठक में जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि वायु प्रदूषण की वजह से, जो स्थिति उत्पन्न हो रही है, उससे हमारी उम्र के साथ-साथ हमारे दैनिक कार्य करने की क्षमता पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है. विकास के साथ-साथ प्रदूषण रोकने के उपाय भी शामिल होने चाहिए. प्रदूषण को जागरुकता से रोका जा सकता है.

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