Noida: हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने फैक्टरी में प्रतिबंधित पशु का मांस रखने पर हंगामा किया
करीब बीस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
नोएडा: कासना औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्टरी में प्रतिबंधित पशु का मांस रखने की सूचना पर हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. पुलिस ने उनको शांत किया और पशु चिकित्सा की टीम बुलाकर मांस के सैंपल मथुरा लैब भेेजे. पुलिस ने फैक्टरी मालिक और ठेकेदार समेत करीब बीस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
गाजियाबाद के एक हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता सुमित शर्मा ने पुलिस को बताया कि की रात उन्हें सूचना मिली कि कासना स्थित एक फैक्टरी में प्रतिबंधित पशुओं का मांस लाया गया है. आरोप है कि इस फैक्टरी में मांस की पैकिंग कर बाजार में सप्लाई किया जाता है. सुमित शर्मा के मुताबिक फैक्टरी मालिक पर मुर्गा और मछली का मांस बेचने का लाइसेंस है, जबकि यहां से प्रतिबंधित पशुओं का मांस सप्लाई किया जाता है. लोगों को मृत पशुओं का बासी मांस सप्लाई किया जाता है. इससे लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
फैक्टरी में प्रतिबंधित पशुओं का मांस रखने की सूचना पर की रात हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने फैक्टरी गेट पर जमकर हंगामा किया. पुलिस से फैक्टरी मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. हंगामा की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं को शांत किया.
पुलिस ने कार्यकर्ताओं की मांग पर तुरंत मौके पर पशु चिकित्सक की टीम को बुलवाया और मांस का सैंपल भरवाया, जिसे जांच के लिए लैब भेजा गया है. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फैक्टरी को सील कर दिया है. इस मामले में सुमित शर्मा की शिकायत पर फैक्टरी मालिक और ठेकेदार समेत करीब बीस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने मांस की जांच रिपोर्ट आने तक फैक्टरी को सील कर दिया है.
गाजियाबाद से पीछा कर फैक्टरी पहुंचे कार्यकर्ता: हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुमित शर्मा ने बताया कि फैक्टरी में गाजियाबाद से प्रतिबंधित पशुओं का मांस लाया गया था. गाजियाबाद से उनकी टीम ने गाड़ी का पीछा किया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी और उसे तेज रफ्तार में दौड़ाया. इसके बाद वह टीम के साथ फैक्टरी तक पहुंचे.
फैक्टरी से प्रतिबंधित पशु के मांस का सैंपल जांच के लिए लैब भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने तक फैक्टरी को सील कर दिया गया है. मांस की रिपोर्ट आने के बाद फैक्टरी मालिक और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
-साद मियां खान, डीसीपी ग्रेटर नोएडा