Noida: डीसीपी सुनीती ने एमिटी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों एवं काउंसलरों के साथ संवाद किया

Update: 2024-10-16 05:47 GMT

नोएडा: पारिवारिक विघटन को कैसे रोका जाए, इस विषय पर गौतमबुद्ध नगर की डीसीपी (महिला एवं बाल सुरक्षा सेल) सुनीती ने मंगलवार को एमिटी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों एवं काउंसलरों के साथ संवाद किया।

गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नरेट सेक्टर-108 में महिला एवं बाल सुरक्षा सेल द्वारा स्थापित पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक में परामर्श एवं मध्यस्थता कराने वाले एमिटी विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों एवं काउंसलरों से संवाद के दौरान डीसीपी सुनीती ने कहा कि पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक में आप के माध्यम से अगर कुछ परिवार टूटने-बिखरने से बच जाते है तो यह एक बड़ी उपलब्धि है। एमिटी विश्वविद्यालय और महिला एवं बाल सुरक्षा सेल के आपसी सहयोग से संचािलत किये जा रहे इस क्लिनिक में आप मनोविशषज्ञों, परामर्शदाताओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि पारिवारिक मामलों में लोग पुलिस से बात करने में हिचकिचाहट महसूस करते है।

इस संवाद कार्यशाला का मुख्य उददेश्य आप विशेषज्ञों की समस्याओं को जानना है जिसे दूर करके इस क्लिनिक को और अधिक सक्रिय एवं कारगर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि आप सब पुलिस की विस्तारित टीम का हिस्सा है और हमारा साझा प्रयास कई लोगों के जीवन में नई रोशनी बिखेर सकता है। महिला एवं बाल सुरक्षा सेल की कुसुम सागर ने कहा कि हमारा उदेश्य समस्या को पहचान कर उसका सकारात्मक निवारण करना है। हमारे पास घरेलु हिंसा, संपत्ती विवाद, दहेज आदि से लेकर मनमुटाव, अहंभाव आदि की कई शिकायते आती है, जिसमें आप विशेषज्ञों द्वारा परामर्श या मध्यस्थता के माध्यम से परिवारों को जोड़ा जाता है और इससे ना केवल पति-पत्नी बल्कि उनके बच्चों के भविष्य को बचाया जाता है।

कार्यक्रम के दौरान एमिटी विवि. की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि एमिटी विवि. और महिला एवं बाल सुरक्षा प्रकोष्ठ, गौतमबुद्ध नगर के बीच 8 जनवरी 2024 को घरेलू विवादों के निवारण के लिए डब्ल्यूसीएसयू, पुलिस कमिश्नरेट, सेक्टर-108, गौतमबुद्ध नगर में पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक (एफडीआरसी) स्थापित करने के उद्देश्य से एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जिसके अंर्तगत एमिटी विश्वविद्यालय के एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेस, एमिटी लॉ स्कूल और एमिटी सेंटर फॉर कांउसलिंग एंड गाइडेंस के विशेषज्ञ, पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक में परामर्श प्रदान करने एवं मध्यस्थता की सेवाएं दे रहे हैं। विशेषज्ञों द्वारा बेहतरीन कार्य किया जा रहा है और इसको एक आंदोलन बनाएं। दोनों पार्टी के लोगों को बताएं कि जीवन कितना खूबसुरत है इसको और भी खूबसुरत बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि एमिटी सदैव समाज में परिवर्तन लाने के लिए कार्य करती है। जिससे यह सभी के लिए एक बेहतरीन स्थान बन सके।

वहीं विशेषज्ञों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कुछ मुद्दे जैसे पति-पत्नी के रिश्ते में पारिवारिक दखल, अविश्वास मुद्दे, कई बार दोनों का एक सा स्वभाव, मध्यस्थता के दौरान उग्रता आदि सहित समस्या निवारण के बाद भी कुछ दिनों बाद फीडबैक लेना, एकल सत्र सहित पारिवारिक सत्र का आयोजन आदि किया जाना चाहिए। संवाद कार्यक्रम के दौरान एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेस की कार्यवाहक निदेशक डा. रंजना भाटिया, एमिटी लॉ स्कूल की निदेशक डा. शेफाली रायजादा, एमिटी सेंटर फॉर कांउसलिंग एंड गाइडेंस की कंसोरियम प्रमुख डा. हरमिंदर कौर ने भी अपने विचार रखे।

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