Noida: साइबर क्राइम पुलिस ने कारोबारी से नौ करोड़ रुपये ऐंठने वाले आरोपी को दबोचा

आरोपियों ने कारोबारी को व्हाट्द्दसऐप ग्रुप में जोड़कर साइबर ठगी की थी.

Update: 2024-06-26 09:49 GMT

नोएडा: साइबर क्राइम पुलिस ने शेयर बाजार में निवेश करने का झांसा देकर कारोबारी से नौ करोड़ की ठगी करने वाले दो जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों ने कारोबारी को व्हाट्द्दसऐप ग्रुप में जोड़कर साइबर ठगी की थी.

पुलिस ने आरोपियों के पास से 21 चेक बुक, सात पासबुक, एक क्यूआर कोड, तीन मोबाइल, एक टैबलेट, एक लैपटॉप, जीएसटी फॉर्म बरामद किया. पुलिस ने आरोपियों के खातों में एक करोड़ 64 लाख रुपये फ्रीज कराए. वहीं, छह लाख 99 हजार रुपये की क्रिप्टो करेंसी भी फ्रीज कराई.

सेक्टर-40 में रहने वाले कारोबारी रजत बोथरा ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की थी कि ठगों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर उन्हें एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया और नौ करोड़ रुपये हड़पे लिए. इस मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने जांच शुरू की और बरेली निवासी अकरम उर्फ सैम उर्फ लौकी और सुशील कुमार को सूरजपुर के पास से दबोच लिया.

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि इन जालसाजों का एक गिरोह है, जो साइबर ठगी को अंजाम देता है. इस गिरोह में कई और लोग शामिल हैं. गिरोह का मुख्य आरोपी शान है. उसकी तलाश की जा रही है. उसको पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.

कंपनी में नौकरी दिलाने के बहाने ठगी: बीमा कंपनी में नौकरी दिलवाने के नाम पर युवक से ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

पुलिस के मुताबिक श्रीधर गणेशन पूर्वांचल हाइट सोसाइटी में परिवार के साथ रहते हैं. यश गोयल, सुमित सहाय, डाक्टर बद्री नारायण ने एक प्लेसमेंट एजेंसी के संचालक होने का दावा करते हुए उनसे संपर्क किया था. आरोपियों ने उन्हें एक बीमा कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर नौकरी का आफर दिया. आरोपियों ने पीड़ित को झांसे में लेकर करीब चार लाख 41 हजार 957 रुपये अपने खाते में डलवा लिए.

नौकरी न लगने पर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ. पीड़ित ने अपने पैसे मांगे तो उसे धमकाया गया. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

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