Noida: प्राधिकरण ने तालाबों की सूरत बदलने का काम तेज किया
ग्रेनो में तालाबों की सूरत छह माह के भीतर बदलेगी
प्रतापगढ़: तालाबों के सौंदर्यीकरण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की सख्ती का असर दिखने लगा है. प्राधिकरण ने क्षेत्र के गांवों में स्थित तालाबों की सूरत बदलने का काम तेज कर दिया है. कार्ययोजना के मुताबिक अगले छह में 65 से अधिक तालाबों के सौंदर्यीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा.
फिलहाल प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले 281 तालाबों में से अब तक 148 के सौंदर्यीकरण का काम किया जा चुका है. प्राधिकरण इस पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है. इससे भूमिगत जल स्तर और पर्यावरण की स्वच्छता में सुधार सुनिश्चित होगा. शहरीकरण का विस्तार होने की वजह से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के गांवों में स्थित ज्यादातर तालाब खस्ताहाल हो चुके हैं. वहीं, जमीनों के दाम बढ़ने की वजह से कुछ तालाब अतिक्रमण के शिकार भी शिकार हो चुके हैं. इस समस्या से निपटने के लिए प्राधिकरण द्वारा तालाबों के सौंदर्यीकरण का विशेष अभियान शुरू किया है. साथ ही एनजीटी ने भी इस संबंध में विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं. एनजीटी को समय-समय पर प्रगति रिपोर्ट भेजनी होती है.
प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक/ नोडल अधिकारी नागेंद्र सिंह के मुताबिक अब तक 148 तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जा चुका है, जबकि 44 का काम अंतिम चरण में है. 22 तालाबों के सौंदर्यीकरण को लेकर निविदा जारी कर दी है. ऐसे में उम्मीद है कि इस साल इन सभी तालाबों के सौंदर्यीकरण का काम पूरा कर लिया जाएगा. एक तालाब के सौंदर्यीकरण पर औसतन 40-50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
ये काम किए जा रहे तालाबों के जीर्णोद्धार के तहत साफ सफाई, डिसिल्टिंग, एनारोबिक चैंबर,टापू, पथ-वे, बैठने की जगह, वायर फेंसिंग आदि कार्य किए जा रहे हैं. साथ ही आसपास पौधरोपण किया जाता है.