नोएडा: ग्रेटर नोएडा के पार्श्वनाथ पनोरमा नामक एक सोसायटी में रहने वाले शख्स ने अपने फ्लैट में कैनाबिस (ओजी), नामक पौधों की खेती करनी शुरू कर दी। कैनाबिस एक नशीला पौधा है। जिसके माध्यम से मादक पदार्थ बनाया जाता है। इसकी भनक आज पुलिस व नॉरकोटिक्स टीम को लग गई। दोनों टीमों ने छापेमारी कर एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से 2.070 ग्राम अवैध गांजा, 163.4 ग्राम कैनाबिस (ओजी), विभिन्न रसायन व खेती करने में प्रयुक्त खाद, बीज व उपकरण आदि बरामद किया है।
जानकारी के अनुसार आज थाना बीटा-2, थाना इकोटेक-1 पुलिस व नॉरकोटिक्स टीम ने लोकल इंटेलिजेंस व मैनुअल इंटेलिजेंस की सहायता से अवैध गांजे की खेती करने वाले अभियुक्त राहुल चौधरी पुत्र स्व. समर सिंह चौधरी को पी-3 गोलचक्कर के पास थाना क्षेत्र बीटा-2 से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के कब्जे से ओजी व अभियुक्त की निशादेही पर पार्श्वनाथ पनोरमा निकट पी-3 गोल चक्कर स्थित उसके फ्लैट से अवैध गांजे के गमलों में लगे कैनाबिस के पौधे, 2.070 ग्राम अवैध गांजा, 163.4 ग्राम ओजी व विभिन्न रसायन व खेती करने में प्रयुक्त खाद बीज व उपकरण बरामद किया है। पुलिस गहनता से पूछताछ कर ग्राहकों के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है।
पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला है कि अभियुक्त अंग्रेजी विषय से परास्नातक है जो इंटरनेट का अच्छा जानकार है। अभियुक्त द्वारा इंटरनेट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से कैनाबिस के पौधों की खेती करनी सीखी गयी। विदेशी वेबसाइट सीड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन आर्डर कर कैनाबिस के बीज को आयात किया गया और पे-पल एप्प के माध्यम से पैसों का लेन-देन हुआ। जिसके बाद अभियुक्त ने अपने फ्लैट में एयर कंडीश्नर की मदद से एक निश्चित तापमान पर फुल स्पैक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट की सहायता से कैनाबिस के बीजों को गमलों में रोपित कर कैनाबिस की फसल तैयार की गयी।
इस कार्य में एक पौधे पर करीब 5 से 7 हजार रूपये का खर्च आता है। जिससे करीब 30 से 40 ग्राम ओजी प्राप्त हो जाता है। जिसकी बाजारू कीमत 60 से 80 हजार रुपये के लगभग होती है। अभियुक्त डार्क वेब के माध्यम से अपने ग्राहकों तक इसकी सप्लाई करता था। इस प्रकार अभियुक्त अपने फ्लैट में कैनाबिस की खेती कर मुनाफा कमाकर अवैध धन अर्जित कर रहा था।