एसएचओ अनिल राजपूत हिस्ट्रीशीटर को गनर मुहैया कराने के मामले में निलंबित

निलंबित

Update: 2024-02-17 06:38 GMT

गाजियाबाद: अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर हिस्ट्रीशीटर को गनर देने के मामले में लोनी एसएचओ अनिल राजपूत को निलंबित कर दिया गया. बताया जा रहा है कि एसएचओ ने बिना किसी लिखित आदेश के अपनी तरफ से हिस्ट्रीशीटर को गनर दे रखा था. खुफिया विभाग की रिपोर्ट में पोल खुलने पर एसएचओ पर गाज गिर गई.

लोनी थानाक्षेत्र के गांव निठौरा में रहने वाला चाहत राम के खिलाफ थाने में हत्या, मारपीट और धोखाधड़ी के आठ मुकदमे दर्ज हैं. नौ सितंबर 2009 में पुलिस पुलिस ने चाहत राम की हिस्ट्रीशीट खोली थी. पुलिस की मानें तो चाहत राम साढ़े तीन साल से सुरक्षाकर्मी लेकर अपना रुतबा बनाए हुए था. स्थानीय खुफिया विभाग को इसकी जानकारी हुई तो पुलिस आयुक्त को अवगत कराया गया. इसके बाद पुलिस आयुक्त ने दिसंबर में चाहत राम का गनर वापस लेने के निर्देश दिए. साथ ही अवैध रूप से गनर देने पर एसएचओ अनिल को कड़ी फटकार लगाई थी.

झांसा देकर 55 लाख रुपये ठगे

साइबर अपराधियों ने घर बैठे कमाई का लालच देकर शाहपुर बम्हैटा निवासी व्यक्ति से 55 लाख रुपये ठग लिए.

विश्वमोहन राज ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उसके पास एक युवक ने फोन किया था. फोन करने वाले ने ऑनलाइन जॉब की बात कहते हुए उसे कुछ ऑनलाइन टास्क पूरे करने के लिए कहा. शुरुआत में काम के बदले में उन्हें पैसे दिए गए. बाद में आरोपियों ने प्रीपेड टास्क में मोटे मुनाफे का लालच देकर निवेश कराना शुरू कर दिया. विश्वमोहन राज का कहना है कि इस तरह उनसे 55 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए.

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