इलाज के अभाव में हुई नवजात की मौत

Update: 2023-07-28 07:05 GMT

गाजियाबाद न्यूज़: महिला अस्पताल से रेफर नवजात को परिजन एंबुलेंस में लेकर सारी रात घूमते रहे, लेकिन कहीं पूरा इलाज नहीं मिला. सिर्फ प्राथमिक उपचार के बाद रेफर करते रहे. अंत में नवजात ने दोपहर को दम तोड़ दिया.

मूलरूप से बिहार निवासी मोहम्मद आलम राजनगर एक्सटेंशन की राज गार्डन कॉलोनी में पत्नी हसीना खातून के साथ रहते हैं. सुबह हसीना ने महिला अस्पताल में सामान्य प्रसव से बच्चे को जन्म दिया था. जन्म के समय बच्चे की हालत खराब थी. रात में 9 बजे डॉक्टर ने रेफर करने का अल्टीमेटम सुना दिया. आलम के रिश्तेदार तैय्यब ने बताया कि साढ़े नौ बजे बच्चे को नोएडा के सेक्टर-30 से बाल अस्पताल के लिए रेफर किया गया. एंबुलेंस में बच्चे को लेकर वहां 1030 पर पहुंचे, लेकिन प्रबंधन ने बच्चे को भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद दिल्ली के एलएनजेपी, कलावती समेत सात अस्पतालों में एंबुलेंस से लेकर गए, लेकिन कहीं भी नवजात को भर्ती नहीं किया गया.

सुबह 6 बजे एंबुलेंस चालक ने उन्हें जवाहर लाल नेहरू अस्पताल पर छोड़ दिया. इसके बाद परिजन बच्चे को गाजियाबाद के पुराना बस अड्डा स्थित संतोष अस्पताल लाए. अस्पताल में बच्चे को कुछ उपचार देने के बाद संजय नगर स्थित संयुक्त अस्पताल भेज दिया गया. दोपहर में 3 बजे संयुक्त अस्पताल पहुंचे, लेकिन बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए पिलखुवा के रामा अस्पताल जाने की सलाह दी. इसके लिए अस्पताल स्टाफ ने एंबुलेंस नहीं बुलाई. अपने साधन से परिजन बच्चे को लेकर रामा अस्पताल चले, लेकिन रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया.

Tags:    

Similar News

-->