नगर निगम से काम करवाने का नया तरीका उत्तर प्रदेश में निजात, जाने पूरा मामला

Update: 2021-06-09 05:42 GMT

उत्तर प्रदेश के हापुड़ (Uttar Pradesh Hapur) में दलित बस्तियों में 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाने का मामला सामने आया है. यहां लगभग 80 से 90 दलित परिवारों ने इलाके में सड़क, पानी और अन्य सुविधाएं नहीं होने के कारण अपने-अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाए हैं. यहां रह रहे लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया.

तमाम मूलभूत सुविधाओं से दो-चार होने के बाद मजबूरन उन्होंने अपने-अपने घरों के बाहर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए. जानकारी के मुताबिक, करीब 90 दलित परिवारों ने अपने घरों के बाहर 'मकान बिकाऊ है' के पोस्‍टर लगाए हैं. इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार हापुड़ जिला मुख्यालय से कुछ किलोमीटर दूर आदर्श नगर कॉलोनी को वर्ष 2005 में दलितों ने बसाया गया था. समय के साथ यहां सैकड़ों दलित परिवार ने घर और ठिकाना बनाकर रहने लगे थे. मूलभूत सुविधाओं के साथ गरीबी की मार झेल रहे इन परिवारों का कहना है कि यहां पिछले दो-तीन वर्षो से पानी की सुविधा नहीं है. साथ ही यहां की सड़कें भी टूटी-फूटी हैं. बरसात में मौसम में घरों में बारिश का पानी भर जाता है जिससे यहां रहने वालों को काफी परेशानी होती है.
लोगों का कहना है कि, कई बार अधिकारियो से इसकी शिकायत की गयी लेकिन अभी तक समस्या का हल नहीं हो पाया. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अधिकारी उनकी बातों को सुनकर अनसुना कर देते हैं. लोगों का कहना है कि समस्याओं के हल के लिए उन्‍होंने धरना-प्रदर्शन भी किया लेकिन इसका कोई समाधान नहीं हुआ.प्रशासन की अनदेखी के बाद यहां रहने वाले 80-90 दलित परिवारों ने मजबूर होकर अपने घरों के बाहर 'यह मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगा दिए. मामला सामने आने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच हुआ है.

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