इलाहाबाद: लखनऊ से कुम्भ मेला क्षेत्र में आने वाले लोगों को अब फाफामऊ बाजार के जाम में नहीं फंसना होगा. आम श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए अब फाफामऊ में राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के करीब से एक नई सड़क बनाई जाएगी. जो कि फाफामऊ और झूंसी को आपस में जोड़ेगी. महाकुम्भ की तैयारियों को लेकर इस नई सड़क पर चर्चा हुई. कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने अफसरों को निर्देश दिया कि इस सड़का पूरा प्लान बनाकर तत्काल प्रेषित करें. जिससे समय से निर्माण शुरू कराया जा सके.
महाकुम्भ 2025 की तैयारियों को लेकर इन दिनों बैठकों का सिलसिला तेज हो गया है. बैठक से पहले मेलाधिकारी ने निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया. सबसे पहले मलाका से स्टैनली रोड के बीच बन रहे सिक्स लेन पुल का निरीक्षण किया. इस पुल के निर्माण की साप्ताहिक रिपोर्ट अफसरों को देने के लिए कहा. मेला प्राधिकरण अब इस पुल की मॉनिटरिंग खुद करेगा. क्योंकि इसके निर्माण में देरी हो रही है. महाकुम्भ 2025 में बेली कछार पार्किंग को जोड़ने के लिए इस पुल का निर्माण जरूरी है. मेलाधिकारी ने पुल की डिजाइन पर आईआईटी मुम्बई की रिपोर्ट तलब की है. इस पुल को प्रतापगढ़ से जोड़ने वाली सड़क को दो लेन और चौड़ा किया जाएगा. जिससे महाकुम्भ के दौरान भीड़ बढ़ने पर परेशानी न हो. वहीं स्टैनली रोड पर पुल से उतरने और नीचे उतरने के लिए अलग-अलग रास्ता दिया जाएगा. फाफामऊ सहसों की सड़क को पहले ही 150 करोड़ रुपये से ठीक किया जा रहा है. अब इसमें फाफामऊ स्थित राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के मार्ग से नया रास्ता दिया जाएगा. इसके बाद हुई बैठक में मेले के काम की गुणवत्ता की जांच के लिए चार थर्ड पार्टी एजेंसियों ने प्रेजेंटेशन दिया. इसमें आरवी एसोसिएट्स, एजेस इंडिया, क्यूसीआई व टीयूवीएसयूडी शामिल रही. जो भी कंपनी चुनी जाएगी वो प्रयागराज में दो करोड़ की लागत से अपना लैब बनाएगी.