नशीली दवाओं के कारोबार में आया नया खुलासा

Update: 2022-08-08 06:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : पूर्वी यूपी में नशीली दवाओं के कारोबार में गहरी जड़ें जमा ली हैं। नेपाल से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों और बांग्लादेश तक यह नेटवर्क फैला हुआ है। इस नेटवर्क से भालोटिया में नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले सात बड़े व्यापारी जुड़े हुए हैं।

पूर्वी यूपी में नशीली दवाओं के कारोबार का भालोटिया सबसे बड़ा केन्द्र हैं। इस नेटवर्क के केन्द्र में है आशीष मेडिकल एजेंसी व आशीष ट्रेडर्स। इस नेटवर्क से जुड़े दवा व्यापारी अलग-अलग डिपो से ऑर्डर कर नशीली दवाओं को मंगाते हैं। उसे गुप्त गोदाम में एकत्रित किया जाता है। वहां से प्रतिबंधित दवाओं की तस्करी कर उन्हें नेपाल से लेकर पूर्वोत्तर के राज्य और बांग्लादेश तक पहुंचाते हैं।
मामले हो जाते हैं मैनेज : यह नेटवर्क बीते 10 साल से सक्रिय है। खास बात यह है कि इन कारोबारियों की पहुंच नारकोटिक्स से लेकर ड्रग्स विभाग के आला अधिकारियों तक है। सब मामला मैनेज हो जाता है।
दवा व्यापरियों के संगठन का है पदाधिकारी : बताया जाता है कि भालोटिया मार्केट में सातों थोक विक्रेताओं की फर्म है। इसमें दो भाइयों की फर्म का नाम इस बार हुई कार्रवाई में सामने आया है। यह है आशीष मेडिकल एजेंसी के संचालक आशीष गुप्ता और आशीष ट्रेडर्स के संचालक अमित गुप्ता उफ रिंकू। इनमें से एक तो दवा व्यापारियों के संगठन के पदाधिकारी भी हैं। दोनों भाई लंबे समय से इस कारोबार से जुड़े हैं। बक्शीपुर में छोटी सी दुकान से इस कारोबार को शुरू किया। आज यह हर महीने करोड़ों का कारोबार कर रहे हैं।
पिछले साल पड़ा था छापा
पिछले साल फरवरी में नारकोटिक्स विभाग की टीम ने इनके फार्म पर छापा मारा था। इस दौरान टीम की पड़ताल में सामने आया था कि 6 महीने पहले उन्होंने करीब 88 हजार बोतल फेंसिडिल मंगाई थी। उसमें से 66 हजार बोतल का ही हिसाब यह दे सके थे। करीब 22 हजार फेंसिडिल की बोतल सिरप का हिसाब विभाग को नहीं मिल सका था।
source-hindustan
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