दिनभर लगी रही एनडीआरएफ की टीम, कोल्ड स्टोर के आसपास 200 मीटर तक का एरिया किया सील

Update: 2023-02-27 09:47 GMT

मोदीपुरम: पूर्व विधायक के जनशक्ति कोल्ड स्टोर पर रविवार को एनडीआरएफ और ओजस कंपनी की टीम अमोनिया गैस की रिफिलिंग करने में लगे रहे। कोल्ड स्टोर पर अमोनिया गैस का रिसाव होने के कारण पाइप लाइन फटी थी। जिसके चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ था।

हादसे के बाद से प्रशासन बेहद सावधानी बरत रहा है। कोल्ड स्टोर पर अमोनिया गैस की रिफिलिंग होने के लिए शनिवार को भी एनडीआरएफ की टीम आई थी, लेकिन ओजस कंपनी के कर्मचारियों द्वारा उसकी रिफिलिंग का साधन न होने की बात कही गई थी। जिसके चलते आगे की कार्रवाई नही हो सकी।

रविवार को दिन निकलते ही टीम पहÞुंची तो पुलिस ने कोल्ड स्टोर के 200 मीटर एरिया को सील कर दिया। जगह-जगह बैरिकेडिंग कर दी गई। एडीएमई अमित कुमार सिंह एसपी क्राइम अनित कुमार की देखरेख में कोल्ड स्टोर पर यह अभियान चलाया गया। दिन भर अधिकारी कोल्ड स्टोर पर डेरा डाले रहे। पुलिस फोर्स भी बड़ी तादाद में कोल्ड स्टोर पर मुस्तैदी के साथ तैनात रही।

गैस की रिफिलिंग होने के बाद कोल्ड स्टोर की जो बिल्डिंग जर्जर हो रही है। उसे क्षतिग्रस्त किया जाएगा। जिसके चलते रविवार को भी प्रशासन द्वारा यह कार्रवाई नही की गई। जब तक गैस की रिफिलिंग नहीं हो जाती तब तक इस कार्रवाई को बीच में ही छोड़ रखा है। रविवार को दिन भर यह कार्रवाई चलती रही। इस गैस की कीमत 50 से 60 लाख रुपये के बीच में बताई जा रही है।

मुस्तैदी और छानबीन: कोल्ड स्टोर पर एक तरफ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैदी के साथ जमे हुए हैं। वहीं, दूसरी तरह अधिकारी अभी भी यह छानबीन में जुटे हुए हैं कि आखिरकार यह हादसा किन कारणों से हुआ है। क्योंकि अभी तक किसी को यह भी नहीं मालूम है कि यह हादसा पूरी तरह से कैसे हुआ है।

हालांकि अधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कर दी है कि गैस का रिसाव होने के कारण पाइप लाइन फट गई। जिसके चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ। लिंटर गिरने से इसमें मजदूर दम गए और उनकी मौत हो गई, लेकिन फिर भी अधिकारी बार-बार इस दर्दनाक हादसे की छानबीन करने में ही जुटे हुए हैं।

12 घंटे में 1490 किलो अमोनियम निकली 28 सिलेंडर भरे गए

दौराला जनशक्ति कोल्ड स्टोरेज पर हुए हादसे में दो दिन तक कड़ी मशक्कत करने के बाद अमोनिया गैस निकाल दी गई है। एनडीआरएफ और ऐसको कंपनी द्वारा सुबह आठ बजे से ही अमोनिया गैस निकालने का काम शुरू हो गया तो रात 8:00 बजे तक करीब 12 घंटे में 1490 किलो अमोनिया गेस निकाली गयी। थाना प्रभारी दौराला संजय शर्मा का कहना है कि अमोनिया गैस को निकाल दिया गया है। अब थोड़ी-बहुत गैस पाइप में बची है। अभी सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग लगी रहेगी।

भारी नुकसान जिसकी भरपाई करना मुश्किल

हादसे के बाद से पूर्व विधायक चौधरी चन्द्रवीर सिंह की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। पूर्व विधायक को आनन-फानन में दिल्ली के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। अब उनकी तबीयत में थोड़ा सुधार है। जिसके बाद पूर्व विधायक ने पहली बार मीडिया में अपना बयान जारी किया है। उन्होंने मीडिया को जारी किए गए अपने बयान में कहा कि वह इस हादसे से स्तब्ध है।

ये एक ऐसा भारी नुकसान है जिसकी भरपाई करना मुश्किल होगा। आर्थिक कष्ट सह लेंगे, लेकिन जिन लोगों की जान चली गई वो अपूरणीय क्षति है और इसका हमें आजीवन क्षोभ रहेगा। ये कोल्ड स्टोरेज एक व्यवसाय नहीं था। क्षेत्र के किसानों से जुड़े रहने का माध्यम और किसानों के लिए सहूलियत व आय बढ़ाने का साधन। हादसे के तुरंत बाद से हमने हर पल इस पर ध्यान दिया कि प्रशासन के बचाव

और राहत कार्य में कोई अड़चन न आए, घायलों का उपचार व भोजन की उत्तम व्यवस्था हो। इसमें प्रशासन का सहयोग रहा। चूंकि पीड़ित लोग कोल्ड स्टोरेज में घटना से दो घंटे पहले ही आए थे किसी को उनके नाम भी सही से मालूम नहीं थे। प्रयास करके सभी की शिनाख्त की और उनके परिजनों से सम्पर्क किया गया। पोस्टमार्टम के उपरांत शवों को जम्मू में रवाना करवाया गया है।

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