नजीराबाद पुलिस पर महिला के शव से गहने गायब करने के आरोप में जांच शुरू

Update: 2023-07-14 06:07 GMT

कानपूर न्यूज़: अगर शव पर जेवर थे और पुलिस ने वह मृतका की बहू को सौंपे, तो इसका जिक्र पंचनामे में क्यों नहीं किया? शव से जेवर गायब करने के आरोप में फंसी नजीराबाद पुलिस के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है. पुलिस कमिश्नर ने इसका जवाब खोजने के लिए एसीपी कर्नलगंज को जांच सौंप दी है.

इससे मामला पुलिस वरिष्ठ अफसरों के संज्ञान में आया और आनन-फानन जांच शुरू करा दी गई. वरिष्ठ पुलिस अफसरों के मुताबिक नियमानुसार पुलिस को शव पर मिले कपड़े, उन पर लगे बटन, जूते, कलावा, गोदना, जेब से मिले कागज-रुपये आदि एक-एक चीज का विवरण पंचनामे में दर्ज करना होता है. इस मामले में पुलिस ने मैक्सी और उसके रंग तक का जिक्र किया लेकिन जामा तलाशी में निल लिख दिया. पुत्र जितेन्द्र ने जब आईजीआरएस पर जेवर गायब होने की शिकायत की तो पुलिस ने जेवर छोटी बहू को सौंपने के दस्तावेज पेश कर दिए.

इसलिए पैंतरा मानी जा रही पुलिस की सफाई आईजीआरएस में शिकायत की जांच में लीपापोती कर दी गई. उधर पुलिस मृतका की छोटी बहू को जेवर सौंपने के दस्तावेज पर दस्तखत भी करा लिए. कहा जा रहा है कि यह शिकायत के बाद सफाई के लिए किया गया. अब जांच का बिंदु यही है कि अगर जेवर राजकुमारी के शव पर थे ही नहीं तो बहू को कहां से लाकर सौंपे गए? अगर शव पर थे तो पंचनामे में इसका जिक्र क्यों नहीं किया? शिकायतकर्ता जितेंद्र के वकील शांतिओम मिश्रा ने कहा कि अगर जेवर थे तो पंचायतनामा और जीडी में अंकित क्यों नहीं किए गए? जाहिर है कि शिकायत होने पर पुलिस पर दबाव पड़ा और आनन-फानन बहू को बुलाकर जेवर सौंप दिए.

उधर, इंस्पेक्टर नजीराबाद कौशलेन्द्र सिंह का कहना है कि 12 अप्रैल को घटना होने के बाद 15 अप्रैल को मृतक निखिल उर्फ विवेक की पत्नी प्रियंका अपने परिजनों के साथ थाने आई थी. वहां लिखापढ़ी में दो सोने की चूड़ियां, दो टॉप्स, सोने की चेन, एक जोड़ी चांदी की पायल और चांदी की अंगूठी दी गई. प्रियंका ने प्रार्थना पत्र देकर सुपुर्दगी में जेवरात मांगे थे.

कानपुर. मां के शव से जेवर गायब होने की शिकायत दर्ज कराने वाले जितेंद्र पर पुलिस ने चोरी की रिर्पो दर्ज कर ली थी, जिसमें उसे अग्रिम जमानत मिल गई. कोर्ट ने कहा कि मामले में सबूत नहीं हैं. यह मुकदमा जितेन्द्र के भाई निखिल की पत्नी प्रियंका की तहरीर पर दर्ज की थी. प्रियंका को ही पुलिस ने जेवर सौंपने के कागज पेश किए हैं. वकील शांतिओम मिश्रा ने बताया कि अपर सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने जितेंद्र को अग्रिम जमानत दे दी है. सुनवाई के दौरान पुलिस यह नहीं बता सकी कि आखिरकार कितना माल चोरी हुआ.

मां गई, जेवर भी गए अब घर छीन लिया

राजकुमारी के बेटे जितेंद्र ने कहा कि पहले मां की हत्या छोटे भाई ने कर दी और खुदकुशी कर ली. पुलिस ने मां के शव से जेवरात गायब कर दिए. अब पुलिस ने घर पर कब्जा करा दिया.

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