नंद गोपाल नंदी ने की आईएएस में चयनित कृतिका मिश्रा के परिवारजनों से मुलाकात
कानपुर : संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली कृतिका मिश्रा ने कानपुर का ही नहीं देश का नाम रोशन किया है, क्योंकि इन्होंने हिन्दी माध्यम में पहला स्थान पाया। कृतिका की हिन्दी के प्रति लगनशीलता यह दर्शाती है कि देश की सर्वश्रेष्ठ परीक्षा में भी अच्छे अंक लाये जा सकते हैं।
यह बातें शनिवार को कानपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कृतिका मिश्रा को सम्मानित करते हुए कही।
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने हिन्दी माध्यम से देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली आईएएस कृतिका मिश्रा को गांधीनगर स्थित आवास पर जाकर सम्मानित किया। सम्मान में अंग वस्त्र, बुके और पेन भेंट किए।
मंत्री ने कृतिका को बधाई देते हुए कहा कि आपने पूरे देश में हिन्दी का परचम फहराया है। लोग हिन्दी मीडियम से सिविल सेवा की परीक्षा देने में संकोच करते थे, परंतु अब उन्हें रास्ता मिल गया है। कृतिका ने बताया कि मेरी अंग्रेजी भी बहुत अच्छी है, लेकिन सपना था कि आईएएस की परीक्षा हिन्दी से ही उत्तीर्ण करुंगी और मेरा सपना पूरा हो गया। कहा कि यह गलत धारणा है कि हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों को सिविल सेवा परीक्षा में अंक कम मिलते हैं। मंत्री ने कृतिका को प्रयागराज आने का भी न्योता दिया।
इस दौरान कृतिका के पिता डॉ दिवाकर मिश्रा, माता सुषमा मिश्रा, छोटी बहन मुदिता मिश्रा, नाना ओम प्रकाश शुक्ला, विधायिका नीलिमा कटियार, पार्षद पवन गुप्ता, विनोद गुप्ता, किशन केसरवानी आदि मौजूद रहें।