Muzaffarnagar प्रशासन बढ़ते प्रदूषण पर हुआ सख्त

रोडी मिक्सर प्लांट को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया

Update: 2024-11-19 10:23 GMT

मुजफ्फरनगर: जिले में बढ़ते प्रदूषण ने गंभीर हालात पैदा कर दिए हैं। स्थानीय लोगों की शिकायत और मीडिया रिपोर्ट ‘हवा में ज़हर’ के प्रसारण के बाद प्रशासन हरकत में आया। जिले के सिखेड़ा थाना इलाके के जौली रोड स्थित रोडी मिक्सर प्लांट को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया।

रोडी मिक्सर प्लांट से फैल रहे अत्यधिक प्रदूषण के कारण स्थानीय लोग सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन की समस्या झेल रहे थे। एक मुर्गी फार्म के करीब 2,000 चूजे भी प्रदूषण के कारण मारे गए।

डीएम उमेश मिश्रा ने मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रदूषण अधिकारी अंकित कुमार के नेतृत्व में रोडी मिक्सर प्लांट समेत कई हॉट मिक्स प्लांट और टायर फैक्ट्रियों पर सीलिंग की कार्रवाई की गई। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जिले के कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को अग्रिम आदेश तक बंद कर दिया गया है।

जिले के इंडस्ट्रियल एरिया में डीएम के निर्देशन पर कई फैक्ट्रियों और हॉट मिक्स प्लांट्स पर ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। टीमों की इस सख्ती से इंडस्ट्रियल एरिया में हड़कंप मच गया है।

डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने उद्योग संचालकों को चेतावनी दी है कि यदि प्रदूषण नियंत्रण के मानकों का पालन नहीं किया गया, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रदूषण अधिकारी अंकित कुमार ने कहा कि एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण नियंत्रण आयोग (CAQM) द्वारा 18 नवंबर को सभी संबंधित विभागों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। कहा कि वॉटर स्प्रिंकलिंग, निर्माण कार्य रोकना और ऑटोमेटिक मशीनों को बंद करना जैसे कार्य तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं। सभी अवैध निर्माण और उद्योगों पर कार्रवाई के निर्देश डीएम उमेश मिश्रा द्वारा दिए गए हैं। कहा कि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400-450 तक पहुंचने के चलते ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल अग्रिम आदेश तक बंद कर दिए गए हैं। मुजफ्फरनगर का AQI अभी 300 के आसपास है, जो अन्य जिलों की तुलना में बेहतर है, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। अब तक दो हॉट मिक्स प्लांट और दो टायर फैक्ट्रियों को सील किया गया है। प्रदूषण बोर्ड की टीमें इंडस्ट्रियल एरिया में लगातार निरीक्षण कर रही हैं। बिना वायु प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली (Air Pollution Control System) के चल रही अवैध इकाइयों को तुरंत सील करने का निर्देश है।

प्रदूषण अधिकारी ने बताया कि डीएम के निर्देशों के तहत टीम लगातार प्रयासरत है कि जिले में प्रदूषण का स्तर नियंत्रित रहे। वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। मुजफ्फरनगर में स्थिति अन्य एनसीआर जिलों (जैसे मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद और नोएडा) की तुलना में बेहतर है, लेकिन प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। प्रशासन ने जनता से भी सहयोग की अपील की है कि वे अवैध निर्माण और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की सूचना दें।

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