मदरसों के सर्वे के लिए आगे आए मुस्लिम धर्म गुरु, प्रशासन का कर रहे सहयोग

Update: 2022-09-21 17:25 GMT
रिपोर्ट- खिजर अंसारी  
मुरादाबाद, यूपी: प्रदेश सरकार के आदेश पर जिले में भी मदरसों का सर्वे चल रहा है। अब इसमें और तेजी आएगी, क्योंकि इसमें सहयोग के लिए अब धर्मगुरु भी आगे आए हैं। जिलाधिकारी ने हर हाल में 25 अक्टूबर तक जिले में पंजीकृत और गैर पंजीकृत मदरसों का सर्वे शासन के तय 11 बिंदुओं पर करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी की पहल पर अब जांच में तेजी आनी तय है। हालांकि, अभी तक 50 मदरसों का ही सर्वे हुआ है।
जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि जिले में 859 मदरसे रजिस्टर्ड हैं। शासन के आदेश के क्रम में 11 बिंदुओं पर सर्वे चल रहा है। जो गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं उनकी जांच के लिए टीमें गठित की गई हैं। हर तहसील पर गठित का नेतृत्व स्थानीय उप जिलाधिकारी करेंगे। बरेलवी मसलक के जिम्मेदार धर्मगुरु इसमें सहयोग के लिए सूचना मुहैया कराएंगे। मुस्लिम धर्मगुरु मुफ्ती दानिश उल कादरी का कहना है कि जिलाधिकारी की पहल पर अपर जिलाधिकारी के साथ शहर के धर्मगुरुओं की मीटिंग में तय किया गया है कि मदरसों की सूचना स्वयं प्रशासन को देंगे।
बरेलवी मसलक के लोग मुरादाबाद के जामिया नईमियां में और सुन्नी लोग शाही मस्जिद में अपने मदरसों के फॉर्म जमा कराएंगे। अब तक 100 फॉर्म जमा हो चुके हैं। मुस्लिम स्कॉलर मौलाना मोहम्मद नाजिम अशरफी ने मदरसों के सर्वे कराने के कार्य को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि बदलते दौर में मदरसों को जदीद टेक्नोलोजी से जोड़ना वक्त की जरूरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुसलमान के बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे में लैपटॉप देखने के संदेश की सराहना की।
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