मुजफ़्फरनगर: पति के जुल्म-ओ-सितम से तंग आकर इंसाफ की आस लिए छह माह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रही पीडि़त महिला को नहीं मिल रहा इंसाफ। पीडि़त ने खाकीधारी रक्षकों पर भी सुनवाई न करने का आरोप लगाया हैं।पीडि़त महिला ने 2021 में मुस्लिम धर्म से हिंदू धर्म को अपनाकर लव मैरिज की थी । पीडि़त महिला ने ज़िला प्रशासन को एक सप्ताह में इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।
बुधवार को नई मंडी निवासी रुखसार ऊर्फ माही ने मीडिया सेंटर के पत्रकारों से वार्ता करते हुए पति द्वारा दी गई यातनाओं का बखान किया। पीडि़त महिला ने सोशल मीडिया के माध्यम से ज़िला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को भी आप बीती से अवगत कराते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है।
पीडि़त महिला का आरोप हैं कि नई मंडी निवासी शेखर से करीब तीन साल पूर्व प्रेम प्रसंग हो गया था, मगर दोनों के दरमिया अलग अलग समुदाय की दीवार आ रही थी, जिसको तोडऩे एवं एक दूसरे के होने के लिए रुकसार ने हिंदू धर्म अपना लिया और रुकसार से माही बनकर शेखर की हो गयी। आरोप है कि शादी के कुछ दिनों बाद ही शेखर माही से घृणा करने लगा और दूरियां बनाने लगा।
आरोप हैं कि रुकसार ऊर्फ माही ने जब रिश्तों में बढ़ रहीं दूरियों का कारण पूछा तो शेखर ने तलाक देने की बात कही। आरोप है कि तभी से शेखर पीडि़त महिला के मायके वालों के साथ मिलकर रुकसार ऊर्फ माही को जान से मारने का षडयंत्र रच रहा है। आरोप है कि पीडि़त महिला को धमकी भरे फोन भी कई बार आ चुके हैं। आरोप है कि शेखर अपने जीजा के साथ संबंध बनाने के लिए भी कई बार दबाव बना चुका है।
पीडि़त महिला का कहना है कि शेखर की बात न मानने पर जान से मारने की धमकी दी जाती है। पीडि़त रुखसार उर्फ़ माही ने पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन पर भी कार्यवाही न करने का आरोप लगाया है। पीडि़त का कहना है कि पिछले छह महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर केवल इस आस को लेकर काट रही है कि उसको कभी न कभी तो इंसाफ मिलेगा, मगर कोई किसी प्रकार का इंसाफ तो दूर की बात है आश्वासन भी खाकीधारियों द्वारा नहीं दिया गया है, जिससे क्षुब्ध होकर पीडि़त महिला ने जिला प्रशासन से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है। पीडि़त महिला का कहना है कि यदि उसको एक सप्ताह में इंसाफ नहीं मिला, तो वह जिला कलेक्ट्रेट स्थित जिला अधिकारी कार्यालय के सामने ही आत्मदाह करेगी। पीडि़त महिला ने इस आत्मदाह का जिम्मेदार जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को ठहराया है।