मुस्लिम चेहरे ने प्रो. तारिक को बनाया पसंदीदा पसमांदा

Update: 2023-08-01 03:58 GMT

अलीगढ़ न्यूज़: धार्मिक मामलों में अपनी आक्रामक पहचान रखने वाली भाजपा ने चुनावों में पसमांदा मुसलिम की रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए साफ्ट मुसलिम चेहरे और धर्मनिरपेक्ष विचारों के लिए जाने जाने वाले एएमयू के पूर्व वीसी प्रो. तारिक मंसूर को चुना.अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान प्रो. मंसूर ने एएमयू में समावेशी कार्यशैली अपनाते हुए एएमयू की छवि में बदलाव के लिए कई बड़े कदम उठाए।

बीती चार अप्रैल को भाजपा ने उत्तर प्रदेश के कोटे से एएमयू के वाइंस चांसलर प्रो. तारिक मंसूर को एमएलसी बनाकर सभी को चौंका दिया था.प्रो. मंसूर एएमयू के पहले वीसी हैं जो भाजपा से जुड़े .एमएलसी बनने के बाद प्रो. मंसूर ने वीसी के पद से इस्तीफा दे दिया था.उस समय एएमयू कैंपस और राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि पूर्व वीसी को आगे चलकर बड़ा पद दिया जा सकता है. भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद देकर साफ कर दिया है कि पार्टी प्रो. मंसूर को बड़े स्तर पर मुसलिम चेहरे के रूप में प्रस्तुत करने जा रही है।अगले साल होने वाले चुनाव के लिए भाजपा पसमांदा मुसिलमों को लेकर बड़ी रणनीति पर काम कर रही है.इसी के चलते भाजपा ने पसमांदा प्रो. तारिक मंसूर को चुना है.चार माह के भीतर ही एमएलसी से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का सफर तय करने वाले प्रो. मंसूर की तेजी से सभी चकित है।

एएमयू का देश-दुनिया में खासा प्रभाव

प्रो. तारिक मंसूर को भाजपा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष क्यों बनाया.असल में एएमयू तालीम की दुनिया में बड़ा नाम है.सर सैय्यद द्वारा स्थापित इस विवि की देश और दुनिया में बड़ी पहचान है.यहां के पढ़े छात्र देश और दुनिया में बड़ी और महत्वपूर्ण पदों पर हैं, जो वहां के देश और समाज में खासा असर रखते हैं.एएमयू की अलीग बिरादरी अलग-अलगे क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखती है.खाड़ी देशों में शिक्षा, स्वास्थ्य से लेकर सत्ता तक उनकी पहुंच अच्छी है.यही कारण की भाजपा ने साफ्ट, सेक्यूलर सोच रखने वाले प्रो. मंसूर को चुना।

छह साल के कार्यकाल में काफी बदली एएमयू की छवि

एएमयू देश के बड़े मुद्दों पर अपने छात्र आंदोलन के लिए हमेशा से जाना गया है.एएमयू छात्र संगठनों की कई मु्ददे पर छवि आक्रामक रही है, लेकिन प्रो. मंसूर ने विवि की छवि को साफ्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.प्रो. मंसूर ने विवि में तीन साल पहले दारा शिकोह की चेयर स्थापित कर कट्टर से सेक्यूलर सोच का संदेश दिया.सालों से बजट के अभाव में पड़ी भीमराव अंबेडकर की चेयर को फिर से स्थापित कराया.विवि के इ्स्लामिक स्टडीज विभाग के कोर्स में से पाकिस्तान लेखक मौलाना अबु आला मौदूदी और मिश्र के सैय्यद कुतुम की सभी किताबों को बाहर कर सनातन धर्म की पढ़ाई शामिल करा दी.इसके अलावा जैन, बौद्ध आदि धर्मों के यहां सेमिनार कराकर समरसता का संदेश दिया गया।

पीएम मोदी को शताब्दी समारोह में बनाया मुख्य अतिथि

एएमयू के वीसी रहते हुए ही प्रो. तारिक मंसूर का भाजपा और संघ से खास लगाव रहा है.प्रधानमंत्री मोदी से भी उनका तारतम्य ठीक था.एएमयू के सौ साल पूरा होने पर आयोजित समारोह में नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि आनलाइन शामिल हुए थे.एएमयू के इतिहास में यह पहली बार था कि भाजपा का कोई पीएम विवि के कार्यक्रम में जुड़ा.उस समय भी यही चर्चा थी कि प्रो. मंसूर के भाजपा की टॉप लीडरशिप से रिश्ते मधुर हैं.संघ के बड़े नेताओं का भी वीसी के घर सालों से आना-जाना रहा है.प्रो. मंसूर के बेटे की शादी में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी शिरकत की थी.इसके अलावा संघ के ही कृष्णगोपाल और इंद्रेश कुमार के साथ संबंध जगजाहिर है।

पीएम मोदी और जेपी नड्डा का आभार प्रो. मंसूर

एएमयू के पूर्व वीसी ने कहा कि पीएम मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य सीनियर नेताओं ने जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, उसको पूरी ईमानदारी, मेहनत और लगन से निभाया जाएगा.पार्टी की आशा, अपेक्षा और आकांक्ष पर खरा उतरने का प्रयास किया जाएगा।

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