यूपी के 7वें चरण में 131 प्रत्याशियों पर हत्या-डकैती के केस, 217 करोड़पति
यूपी में 7 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा.
यूपी में 7 मार्च को सातवें चरण का मतदान होगा. इस अंतिम चरण में 607 उम्मीदवारों में 28 फीसदी यानी 170 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. 131 प्रत्याशियों पर हत्या, लूट, बलवा, डकैती जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज है. अगर पार्टीवार बात करें तो समाजवादी पार्टी के 45 उम्मीदवारों में 26 प्रत्याशियों पर अपराधिक मुकदमे हैं. बीजेपी के 47 में 26 पर, बसपा के 52 में 20 पर और कांग्रेस के 54 प्रत्याशियों में 20 प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
सपाइयों पर सबसे ज्यादा गंभीर धाराओं में केस
गंभीर अपराधों में दर्ज केस की बात करें तो सपा के 45 में 20 प्रत्याशियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज है. बीजेपी के 47 में 19 प्रत्याशियों पर, बीएसपी के 52 में 13 पर, कांग्रेस के 54 में 12 और आम आदमी पार्टी के 43 में 7 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है.
विजय मिश्रा पर हैं सबसे ज्यादा 24 केस
सातवें चरण में अगर सबसे दागी उम्मीदवारों की बात करें तो प्रगतिशील मानव समाज पार्टी से भदोही ज्ञानपुर सीट से चुनाव लड़ रहे विजय मिश्रा सबसे ऊपर हैं. विजय मिश्रा पर 24 केस दर्ज है. गाजीपुर के बीएसपी प्रत्याशी राजकुमार सिंह गौतम पर 11 मामले दर्ज हैं और कांग्रेस के पिंडरा विधानसभा से प्रत्याशी अजय राय पर 17 मामले दर्ज है.
बसपा-बीजेपी में सबसे ज्यादा करोड़पति
अब अगर धन्ना सेठ प्रत्याशियों के बात करें तो इस चरण 607 में से 217 प्रत्याशी करोड़पति हैं. बीजेपी के 40 प्रत्याशी, सपा के 37, बसपा के 41, कांग्रेस के 22 और आप के 15 प्रत्याशी करोड़पति हैं
ओवैसी के प्रत्याशी के पास 195 करोड़ की संपत्ति
करोड़पति प्रत्याशियों में आजमगढ़ के मुबारकपुर सीट से एआईएमआईएम के प्रत्याशी गुड्डू जमाली सबसे ऊपर है, जिनकी कुल संपत्ति 195 करोड़ है. पिंडरा विधानसभा से प्रत्याशी बसपा प्रत्याशी बाबूलाल के पास 44 करोड़ की संपत्ति है और आजमगढ़ के निजामाबाद सीट से बसपा प्रत्याशी पीयूष सिंह के पास 34 करोड़ की संपत्ति है. सातवें चरण में प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति की बात करें तो यह दो करोड़ 55 लाख रुपये हैं.
4 निरक्षर प्रत्याशी भी मैदान में
दागी, करोड़पति उम्मीदवारों के बाद अगर प्रत्याशियों की शिक्षा के बात करें तो 214 उम्मीदवार 5वीं से 12वीं के बीच पढ़ाई की है. 346 ग्रैजुएट और उससे अधिक पढ़े हैं, 30 उम्मीदवारों को सिर्फ अक्षर ज्ञान हैं और 4 तो साक्षर भी नहीं हैं.