हत्या का खुलासा: करोड़ की फिरौती के लिए हुई थी कारोबारी की हत्या

गिरफ्तार मास्टरमाइंड विकास और उसके सालों ने पूछताछ में यह बात कबूली

Update: 2024-05-18 06:25 GMT

गाजियाबाद: नंदग्राम थानाक्षेत्र के भट्ठा संचालक के इकलौते बेटे योगेंद्र शर्मा की हत्या पचास लाख से करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने के लिए की गई थी. गिरफ्तार मास्टरमाइंड विकास और उसके सालों ने पूछताछ में यह बात कबूली है.

विकास योगेंद्र का गैराज किराए पर चलाता था. लाख का कर्ज चुकाने और फिरौती वसूलने के लिए उसने नाबालिग भाई और सालों के साथ मिलकर योगेंद्र शर्मा को अगवा किया और बेहोशी का इंजेक्शन लगा दिया. ओवरडोज के चलते योगेंद्र की मौत हो गई. डीसीपी ग्रामीण कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने प्रेसवार्ता में बताया कि योगेंद्र शर्मा की हत्या में मेरठ के गांव अजराड़ा निवासी विकास और थाना सरधना जिला मेरठ के गांव समसपुर निवासी उसके सालों मनीष और रोहित को गिरफ्तार कर लिया गया. घटना में विकास का नाबालिग भाई भी शामिल था, जो फरार है. गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह सात दिन से योगेंद्र शर्मा को टारगेट कर रहे थे.

रात पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुआ विकास घटना का मास्टरमाइंड है. डीसीपी सिटी ने बताया कि विकास पर करीब लाख रुपये का कर्ज था. उसने माह पूर्व ही गढ़ी रोड स्थित देवेंद्र शर्मा का गैराज किराए पर लिया था. देवेंद्र शर्मा की मजबूत आर्थिक स्थिति को भांपकर विकास ने उनके इकलौते बेटे योगेंद्र शर्मा उर्फ गोलू को अगवा करने की योजना बनाई. विकास का इरादा गोलू को अगवा कर उसके पिता देवेंद्र शर्मा से 50 लाख रुपये से लेकर करोड़ रुपये तक की फिरौती वसूलना था. विकास वर्ष 2016 में दिल्ली की नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में जेल जा चुका है. 45 दिन तिहाड़ जेल में रहने के दौरान विकास शातिर किस्म का अपराधी बन गया. पुलिस मुठभेड़ में विकास को पैर में गोली लगी. जबकि उसके साले रोहित और मनीष भी पकड़े गए. विकास का सगा भाई अभी फरार है.

Tags:    

Similar News