बिजनौर। रिटायर्ड आर्मी अधिकारी से सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठगने वाली मां-बेटी को गाजियाबाद पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया। मां-बेटी से ठगी गई रकम बरामद की है।
जनपद गाजियाबाद के थाना कविनगर पुलिस ने थाना नूरपुर में आमद दर्ज कराते हुए कहा कि थाना शास्त्रीनगर स्थित महेंद्रा एंक्लेव निवासी इंडियन आर्मी से रिटायर होरी लाल थाना कविनगर के चिरंजीव विहार में एक दुकान चलाते हैं। आरोप है कि इस दुकान के निकट काजल भारद्वाज व उनकी बेटी इशिका भारद्वाज काफी समय से किराए पर रह रही थीं।
आरोप है कि दोनों महिलाओं ने रिटायर्ड फौजी की पत्नी ममता को झांसे में लेकर उसके बेटे की सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा दिया और नौकरी लगवाने के नाम पर 20 लाख रुपए मांगे थे, जिस पर ममता ने दो बार में 15 लाख रुपये मां-बेटी को दे दिए। आरोप है कि रिटायर्ड फौजी व उनके परिजनों में दोनों महिलाओं से कई बार नौकरी लगवाने को कहा, लेकिन इसके बाद भी नौकरी नहीं लगवाई गई। बल्कि 28 नवंबर को मां-बेटी किराए का मकान खाली करके अन्यंत्र चली गईं।
जिसके बाद होरीलाल को ठगे जाने का एहसास हुआ, जिसके बाद रिटायर्ड फौजी ने दोनों महिलाओं के खिलाफ थाना कविनगर में ठगी की एफआईआर दर्ज कराई। थाना कविनगर के इंस्पेक्टर अमित कुमार ने बताया कि नामजद आरोपी महिला इशिता भारद्वाज और उसकी मां काजल भारद्वाज की लोकेशन जनपद बिजनौर में पता चली, तो उन्होंने दोनों महिलाओं के मोबाइल सर्विलांस पर लगाकर उन्हें नूरपुर पुलिस के सहयोग से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार दोनों महिलाएं मूल रूप से जनपद बिजनौर के थाना नूरपुर क्षेत्र के ग्राम खटाई की रहने वाली हैं। कविनगर के इंस्पेक्टर ने बताया कि ठगी की रकम से मां-बेटी ने कुछ ज्वेलरी खरीद ली थी, जिसे बरामद कर लिया गया है। बताते चलें कि आरोपी काजल के खिलाफ जनपद बागपत में भी मारपीट और धमकी देने का एक केस दर्ज है।