गोरखपुर न्यूज़: नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान सुबह 7 बजे जैसे ही शुरू हुआ उसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम और चुनाव कंट्रोल रूम के फोन की घंटी घनघनाने लगी. फोन की घंटी बजने का सिलसिला सुबह शुरू हुआ तो शाम को मतदान समाप्ती के बाद तक जारी रहा. कंट्रोल रूम को मिली सूचना पर पुलिस और अधिकारियों की टीम दौड़ती रही. कंट्रोल रूम में सर्वाधिक शिकायत वोटर लिस्ट से नाम कटने से संबंधित रही. फोन करने वालों ने बीएलओ पर गंभीर आरोप लगाया.
नगर निगम का मेयर व 80 वार्ड के पार्षद के साथ 11 नगर पंचायतों के अध्यक्ष व सभासद पद के लिए मतदान हुआ. इसके साथ ही पुलिस के कंट्रोल रूम और चुनाव कंट्रोल रूम की घंटी घनघनाने लगी. चुनाव कंट्रोल रूम में सबसे पहला फोन सुबह विकास नगर बरगदवा से पहुंचा. फोन करने वाले ने वोटर लिस्ट से 75 लोगों के नाम कटने की शिकायत की. कंट्रोल से शिकायत को संबंधित अधिकारी तक पहुंचाया गया. इसके बाद से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायत को लेकर ताबड़तोड़ फोन आने लगे.
छोटे काजीपुर के एक व्यक्ति ने फोन कर पूरे परिवार का नाम वोटर लिस्ट से गायब होने की शिकायत की. बिछिया से एक व्यक्ति ने मतदाता सूची और पहचान पत्र में नाम में हेरफेर होने पर मतदान कर्मी द्वारा मतदान नहीं करने देने की शिकायत की. इसपर कंट्रोल रूम से संबंधित अधिकारी को मौके पर भेज कर निस्तारण करवाया गया.
उरुवा बाजार, बड़हलगंज, गोला, बांसगांव, उनवल, सहजनवा, पीपीगंज, कैम्पियरगंज, मुण्डेरा बाजार नगर पंचायतों से भी लिस्ट में गड़बड़ी की शिकायतें आईं. चुनाव कंट्रोल रूम में शाम तकरीबन 6 बजे तक करीब 110 फोन आए, इसमें सर्वाधिक 70 फोन वोटर लिस्ट में नाम कटने व गड़बड़ी से संबंधित रहे. तकरीबन डेढ़ दर्जन फोन मतदान केन्द्र पर भीड़ जुटने व उतना ही फर्जी वोट पड़ने से संबंधित रहा.