उन्नाव। गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के चंपापुरवा गुड़ियाना मोहल्ले में गुरुवार भोरपहर कमरे में सो रहे दुधमुहे बच्चे के बिस्तर में पास में जल रही मच्छर अगरबत्ती से आग लग गई। जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। आनन-फानन परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना से कोहराम मच गया। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिये उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
चंपापुरवा गुड़ियाना निवासी मोनू ने गंगा की रेती में जायद की फसल बोई है। वह बुधवार रात खाना खाने के बाद रेती चला गया। इस दौरान उसकी पत्नी सलोनी अपने डेढ़ साल के बच्चे और आठ माह के बेटे रुद्र के साथ कमरे में सो रही थी। सुबह करीब साढ़े पांच बजे वह बड़े बेटे को शौच कराने के लिये कमरे से बाहर ले गई। वहीं, सो रहे दुधमुंहे की नींद में मच्छर खलल न डालें इसके लिए उसके पास ही उसने मच्छर अगरबत्ती जलाकर रख दी। अगरबत्ती से बच्चे के बिस्तर में आग लग गई। कुछ देरबाद सलोनी बेटे को शौच कराकर कमरे में पहुंची तो रुद्र के कपड़े सुलगते देख उसकी चीख निकल गई। चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े और किसी तरह आग बुझाई और बच्चे को डाक्टर के पास ले गये। जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं बच्चे के माता-पिता रो-रोकर बेसुध हो गये। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिये बगैर उसका अंतिम संस्कार करा दिया।