अलीगढ़ न्यूज़: मेडिकल कॉलेज में इंफ्लुएंजा के संदिग्ध मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. हर दिन 300 से अधिक संदिग्ध मरीज पहुंच रहे हैं. मरीजों को चिकित्सकों की विशेष टीम उपचार दे रही है.
कॉलेज प्रशासन की ओर से अपने स्तर पर इसके लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है. मरीजों को एहतियात बरतने का परामर्श दिया जा रहा है. गनीमत यह है कि कॉलेज में फिलहाल कोई मरीज इस तरह का भर्ती नहीं किया गया है. बुखार से कुछ बच्चे जरूर भर्ती हैं. मरीजों को दवाइयों से ही इलाज दिया जा रहा है. मेडिकल कॉलेज में एन्फ्लूएंजा वायरस की जांच भी की जा रही है. लैब में इन्फ्लुएंजा वायरस, आरएसव्ही और बैक्टेरियल संक्रमण की जांच हो रही है. इस जांच के बाद मरीज को उपचार देना आसान है. स्थिति यह है कि हर दूसरे घर में खांसी, बुखार का मरीज है. डॉक्टर इसे वायरल निमोनिया बता रहे हैं, जिसमें मरीज को बुखार के साथ लंबे समय तक खांसी की शिकायत रहती है. जबकि बुखार अगले तीन से पांच दिन में ठीक हो जाता है. चिकित्सकों का कहना है कि इन्फ्लुएंजा वायरस होने पर मरीज को एंटीबायोटिक न दें. इससे मरीज को नुकसान हो सकता है.