मुरादाबाद का डॉ़ शैली हत्याकांड, 12 टीमें फिर भी पुलिस के हाथ खाली

Update: 2023-01-24 12:17 GMT

मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुए लोमहर्षक डा.शैली हत्याकांड के खुलासे के लिए अब तक 12 टीम गठित की जा चुकी हैं लेकिन मुरादाबाद पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं। हालांकि सितंबर 2016 में पुलिस फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी है।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुरादाबाद पुलिस के लिए चुनौती बना डा.शैली हत्याकांड आज भी पहेली बना हुआ है ।

गौरतलब है कि 13 मई 2015 की रात थाना सिविल लाइंस इलाके में स्थित आवास में मुरादाबाद के जिला अस्पताल की सेवानिवृत सीएमएस डा.मेहरोत्रा, उनके पति डा.ओम मेहरोत्रा और ननद रश्मि मेहरोत्रा की हत्या गला रेत कर की गयी थी, जबकि तीन वर्षीय पोती दिव्यांशी उर्फ गिन्नी की गला दबाकर हत्या की थी। इस तरह चार लोगों की निर्ममता पूर्वक हत्या की गई थी। इस संबंध में मृतका डा.शैली की बेटी डा.गुंजन अरोरा द्वारा सिविल लाइंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। घटना के समय तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशुतोष कुमार का तबादला हो गया था।

उसके बाद मुरादाबाद के एसएसपी धर्मवीर सिंह ने चार्ज लेने के बाद इसी तरह टीम गठित करके हत्यारों का पता लगाने के निर्देश दिए थे उसके बाद उनका तबादला हो जाने के बाद नवागत एस एस पी लव कुमार द्वारा मामले की जांच शुरू करने के निर्देश दिए जाने के बाद उनका तबादला हो जाने के बाद जे.रविंदर गौड मुरादाबाद के एसएसपी बने उन्होंने भी उक्त हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित करके शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए।इस दौरान जे.रविंद्र गौड का मुरादाबाद से तबादला हो गया।

उसके बाद प्रभाकर चौधरी ने एसएसपी का चार्ज संभालने के पश्चात उच्च न्यायालय और शासन के निर्देश के बाद एसपी सिटी अमित कुमार आनंद के नेतृत्व में जिसमें अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव, पुलिस क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस इंदू सिद्धार्थ को शामिल करते हुए 10 फरवरी 2021 को नई जांच टीम गठित की थी। लेकिन आज तक किसी भी जांच रिपोर्ट को उजागर नहीं किया गया। उसके बाद तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार द्वारा तीन मार्च 2022 को नए सिरे से मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई थी परंतु सभी जांच रिपोर्ट में अब तक क्या खुलासा हुआ यह रहस्य बना हुआ है।

सनसनीखेज हत्याकांड के खुलासे के लिए पूर्व में 12 टीम गठित की जा चुकी हैं लेकिन हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका।वह दीगर बात है कि सितंबर 2016 में मुरादाबाद पुलिस हत्याकांड मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा चुकी है।

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