Moradabad संदिग्ध आतंकी अरशद के संपर्क में आने वाले रडार पर
अरशद के संपर्क में आने वाले रडार पर
उत्तरप्रदेश संदिग्ध आतंकी अरशद वारसी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मुरादाबाद में उसके संपर्क में आने वालों को रडार पर लेकर जांच को आगे बढ़ा रही है. सूत्रों की माने तो कुछ बाहर के युवक भी उससे मिलने मुरादाबाद आए थे, उनके बारे में भी जांच एजेंसियां जानकारी जुटाने में लगी हैं.
झारखंड निवासी अरशद वारसी को दिल्ली पुलिस की स्पेशनल सेल की टीम ने बीते दिनों मुरादाबाद के कोतवाली क्षेत्र फीलखाना लाल मस्जिद स्थित उसकी ससुराल से गिरफ्तार किया था. दिल्ली में ही प्रेसवार्ता कर खुलासा किया गया था कि अरशद वारसी आतंकी संगठन आईएस के संपर्क में था. उसकी गिरफ्तारी के बाद मुरादाबाद में स्थानीय खुफिया एजेंसी और एटीएस ने भी जांच पड़ताल शुरू की है. जांच एजेंसियों को पता चला है कि जिस दिन अरशद वारसी गिरफ्तार हुआ है उसके दो से तीन दिन पूर्व कुछ बाहर के युवक उससे मिलने मुरादाबाद आए थे. हालांकि अरशद के ससुराल वालों से जांच टीमों को कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है. आसपास पूछताछ करने पर इसका पता चला है. अब जांच एजेंसियां उन लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है जो मुरादाबाद में आकर अरशद से मिले थे.
अवैध कालोनी पर चला बुलडोजर
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा लगातार अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. डिडौरी क्षेत्र में एक बिल्डर द्वारा अवैध रूप से कालोनी विकसित की जा रही थी. उसने प्लाट भी काट दिए थे. आसपास के लोगों को प्लाटों को महंगे दामों पर बेचने की कार्रवाई भी शुरू कर दी थी.
इसकी जानकारी होने पर एमडीए द्वारा बिल्डर को नोटिस जारी किया था. अवैध निर्माण रोकने के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद भी बिल्डर द्वारा अवैध रूप से कालोनी विकसित की जा रही थी. एमडीए वीसी शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि हिदायत के बाद भी बिल्डर द्वारा अवैध कालोनी विकसित की जारही थी. बुलडोजर द्वारा अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई.