Moradabad: रील और चैटिंग का ‘नशा’ दे रहा लोगों को मिर्गी का झटका

मिर्गी के दौरे के प्रति संवेदनशील

Update: 2024-11-26 07:09 GMT

मुरादाबाद: युवाओं में मोबाइल फोन पर नशे की तरह बढ़ती रील-मेकिंग और चैटिंग की लत सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को जन्म दे रही है. रात को देर तक मोबाइल फोन पर लगे रहना मिर्गी का दौरा पड़ने का भी सबब बन रहा है. चिकित्सकों का कहना है कि रात को देर तक कमरे में कम रोशनी में स्क्रीन देखने के साथ ही इसकी वजह से नींद नहीं पूरी होना ऐसे सभी लोगों के लिए खतरनाक हो रहा है जो मिर्गी के दौरे के प्रति संवेदनशील हैं.

मुरादाबाद में कुछ महीने के दौरान मिर्गी का दौरा पड़ने के मामलों में पचास फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. चिकित्सकों का कहना है कि मिर्गी के नए मरीजों में अधिकतर ऐसे युवा हैं जिन पर मोबाइल फोन में लगे रहने की लत सवार है. बीस से चालीस साल की उम्र के कई लोग मोबाइल फोन देखने की लत के चलते मिर्गी के दौरे की चपेट में आ रहे हैं.

डायबिटीज रोगियों को मिर्गी में धकेल रही लो-शुगर अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो दवा लेने के साथ ही अपने खानपान को नियमित व संतुलित रखना जरूरी है. डॉ.तरुण अग्रवाल ने बताया कि डायबिटीज में शुगर कम हो जाने से कई मरीजों को मिर्गी का दौरा पड़ रहा है. डॉ.एस धनंजय ने बताया कि मिर्गी के प्रति संवेदनशील मरीजों में हाइपोग्लाइसीमिया यानि खून में शुगर का स्तर कम होने लग जाता है.

देर से डिनर करना भी बढ़ा रहा मिर्गी के दौरे

चिकित्सकों का कहना है कि जीवनशैली में गड़बड़ी मिर्गी के दौरे को बढ़ा रही है. अत्यधिक तनाव, बीपी, शुगर आदि बीमारियों से दौरा पड़ने की फ्रीक्वेंसी बढ़ी है. रात को देर से डिनर करना और सुबह देर तक भूखे रहना मिर्गी के दौरे के मामले में अहम कारण बनकर सामने आ रहे हैं.

एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना सात से आठ घंटे सोना जरूरी है. जो लोग मिर्गी के दौरे के प्रति संवेदनशील हैं उन्हें तो हर हालत में सात से आठ घंटे की नींद लेना जरूरी है. देर रात तक मोबाइल में लगे रहने से नींद नहीं पूरा होना मिर्गी के दौरे का कारण बन रहा है.

-डॉ.तरुण अग्रवाल, न्यूरो फिजीशियन

रात को देर तक मोबाइल फोन देखना, मोबाइल देखते समय कमरे की रोशनी कम होना, रील बनाने, देखने, चैटिंग में लगे रहने की वजह से नींद पूरी नहीं होने का कारण मिर्गी के दौरे के खतरे को अत्यधिक बढ़ा देता है. -डॉ.एस धनंजय, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट, राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम

किसी को दिमाग में चोट लगी हो तो उसके मिर्गी से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाता है. यही स्थिति किसी महिला के डिलीवरी के समय चोट लगने के मामले में सामने आ सकती है. कम उम्र में तेज बुखार से लंबे समय तक पीड़ित रहने पर भी मरीज को मिर्गी के दौरे पड़ने की आशंका बढ़ जाती है.-डॉ.मंजेश राठी, न्यूरो विशेषज्ञ

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