Meerut: धार्मिक मामलों के लिए हो अलग न्यायाधिकरण: रीना एन सिंह
"अन्य विवादों के समाधान के लिए एक अलग ट्रिब्यूनल की स्थापना"
मेरठ: विश्व हिंदू महासंघ मातृ शक्ति की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सुप्रीम कोर्ट दिल्ली की अधिवक्ता रीना एन सिंह ने कहा कि धर्म की रक्षा में न्याय का आधार ही समाज को एकता एवं शांति प्रदान करता है.सरकार को धार्मिक स्थल एवं अन्य विवादों के समाधान के लिए एक अलग ट्रिब्यूनल की स्थापना करनी चाहिए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महवीर नगर स्थित जिलाध्यक्ष ऊषा सोलंकी एडवोकेट के आवास पर उक्त बात कही.उन्होंने कहा कि यह ट्रिब्यूनल सामान्य अदालतों से अलग एवं विशेषत: धार्मिक विवादों का निपटारा करेगा.यह एक प्रभावी कदम होगा.इससे न केवल विवादों का त्वरित समाधान सुनिश्चित होगा.बल्कि कानून-व्यवस्था बनाने में भी मदद मिलेगी.भारत जैसे बहुधर्मी एवं बहुसंस्कृति देश में धार्मिक विवाद अक्सर सामाजिक तनाव एवं अस्थिरता के कारण बनते हैं.इनका त्वरित समाधान आवश्यक है, ताकि धार्मिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था कायम रहे.बेहद संवेदनशील इन विवादों के ट्रिब्यूनल में सुलझने से निष्पक्ष एवं विशेषज्ञ समाधान मिलेगा, वहीं अदालतों का बोझ भी कम होगा.संसद एवं राज्य विधानसभाओं को विशेष ट्रिब्यूनल स्थापित करने का अधिकार है.ट्रिब्यूनल में धार्मिक व कानूनी विशेषज्ञों नियुक्त किए जाएं.उनके निर्णयों पर उच्च न्यायालय में अपील का प्रावधान हो.यही समय की आवश्यकता है.राज्य सरकारों को भी इस ओर में पहल करनी चाहिए।
भागवत कथा सुनने से कट जाते हैं पाप: वृंदावन मार्ग गणेश टीला मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में भागवताचार्य उमा किशोरी ने कहा की भागवत कथा सुनने से पापी भी पाप से मुक्त हो जाते हैं.वेदों का सार भी युगों-युगों से मानव जाति पर पहुंच रहा है.इसलिए श्रीमद्भागवत महापुराण को वेदों का सार कहा गया है. भागवत कथा का श्रवण करने भारी संख्या में महिला पुरुष पहुंचे.कथा का आयोजन कॉलोनी वासियों के सहयोग से किया जा रहा है.इस आयोजन में आशु खंडेलवाल, नीरज रावत, दीपक एडवोकेट, चंद्र प्रकाश गुप्ता, ज्ञान नारायण अग्रवाल, श्याम सुंदर, उमेश सोनी, श्याम बिहारी आदि उपस्थित रहे।