मेरठ: वृंदावन योजना पार्क में चल रही ‘सीआईआई एग्रोटेक इंडिया- कृषि भारत 2024’ के अन्तर्गत लगी प्रदर्शनी में विभिन्न कंपनियों ने अपने उत्पाद प्रस्तुत किए हैं. यहां 90 सेकंड में मिट्टी का जांच करने वाला ऐसा ऐप है तो 10 मिनट में एक एकड़ फसल पर कीटनाशक का छिड़काव करने वाला ड्रोन भी.
ड्रोन से 5 घंटे का काम 10 मिनट में होगा यहां स्टॉल लगाने वाले पुष्पेंद्र ने बताया कि एक एकड़ में हाथ की मशीन से छिड़काव करने में 5 से 6 घंटे का समय लगता है. दवा की बर्बादी अलग से होती है, लेकिन ड्रोन से यह काम महज 10 ये 15 मिनट में हो जाएगा. ड्रोन से एक बार में 10 लीटर दवा का छिड़काव किया जा सकेगा. अगर आप एक बार बैटरी फुल चार्ज कर लेते हैं तो 30 मिनट में तीन एकड़ जमीन पर छिड़काव कर सकते हैं. इस ड्रोन की कीमत 8 से 10 लाख रुपये तक है. खरीद पर सरकार 60 फीसदी सब्सिडी दे रही है. इसके बाद यह 3 से 4 लाख रुपए में उपलब्ध हो जाएगा.
मिट्टी की जांच हुई आसान सलाम किसान ऐप से 90 सेकंड में मिट्टी की जांच की जा सकती है. साथ ही खाद और खेती से जुड़े उत्पाद भी इसके माध्यम से खरीदे जा सकते हैं. अगर किसान को ड्रोन से अपने खेतों में छिड़काव कराना है, तो ऐप के माध्यम से वह किराए पर भी उपलब्ध है. इसमें 600 रुपए में एक एकड़ खेत में दवा का छिड़काव होगा.
फसल की फोटो डालिए, ऐप बताएगी समाधान आईटीसीएमएएआरएस की स्मार्ट फार्मिंग ऐप भी प्रदर्शित किया गया है. स्थानीय मंडी का रेट हर समय पता किया जा सकता है. अगर कोई फसल खराब हो रही है तो उसकी फोटो खींचकर एप पर भेज देना है. एप के माध्यम से कृषि वैज्ञानिक बीमारी और उपचार बता देंगे.
पीओसीटी ग्रुप के स्टॉल पर उमड़ रही भीड़: कृषि भारत एक्सपो में पीओसीटी ग्रुप ने स्टाल लगाए हैं. स्टॉल पर किसानों को गामा रेडियेशन से खाद्यान्न सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई. इसकी मदद से बिना किसी कोल्ड स्टोरेज के 6 माह से अधिक समय तक खाद्यान्न सुरक्षित रहेगा. पीओसीटी ग्रुप ने पिछले वर्ष इन्वेस्टर समिटि में 500 करोड़ के निवेश का एमओयू साइन किया था. करीब 200 करोड़ निवेश कर अमौसी में गामा रेडिएशन प्लांट लगाया है. यहां चिकित्सा उपकरणों की इकाई लगाई जाएगी. दो हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है.