लखनऊ: उत्तर प्रदेश के चौथे चरण में 9 जिलों की 59 सीटों पर मतदान जारी है. सुबह 7 बजे वोटिंग शुरू होते ही बीएसपी की सुप्रीमो मायावती घर से निकलीं और लखनऊ में अपना वोट डाला. वोट देने के बाद मायावती ने कहा कि मुसलमान समाजवादी पार्टी से खुश नहीं हैं, वे उन्हें वोट नहीं देंगे. यूपी के लोगों ने वोट देने से पहले ही सपा को नकार दिया है क्योंकि सपा को वोट देने का मतलब गुंडा राज, माफिया राज है. सपा सरकार में हुए दंगे सपा नेताओं के चेहरे बता रहे हैं कि वे सत्ता में नहीं आ रहे हैं.
मायावती ने मतदाताओं वोट डालने की भी अपील की. उन्होंने कहा, 'मतदाताओं से अपील है कि ये लोकतंत्र का उत्सव है उनको वोट डालने के लिए जरूर निकलना चाहिए. आपका एक-एक वोट जरूरी है. परम पूजनीय डॉ भीम राव अंबेडकर के प्रयासों की वजह से ही हमें वोट डालने का अधिकार मिला है. इसलिए हमें अपने अधिकार का जरूर इस्तेमाल करना चाहिए. लोकतंत्र के उत्सव में सभी को शामिल होना चाहिए. बीएसपी को सिर्फ दलितों और मुसलमानों का ही नहीं, बल्कि अति पिछड़े वर्ग और उच्च जाति समाज का भी वोट मिल रहा है.'
एक दिन पहले मंगलवार को मायावती ने भाजपा, सपा और कांग्रेस को दलितों और पिछड़ों की विरोधी करार देते हुए दावा किया था कि इन तीनों ही पार्टियों ने समाज के दबे-कुचले वर्गों के उत्थान के लिए कोई काम नहीं किया. ये बात मायावती ने पयागपुर में देवीपाटन मंडल के बसपा उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित एक चुनावी जनसभा में कही थी. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस दलितों और आदिवासियों के हितों का सिर्फ नाटक करती रही है और अपनी गलत नीतियों के कारण कांग्रेस आज देश और कई राज्यों से सत्ता से बाहर हो गई है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बाबा साहेब (भीमराव आंबेडकर) को भारत रत्न नहीं दिया, जबकि उनके मिशन को आगे बढ़ाने वाले कांशीराम के निधन पर राष्ट्रीय शोक करने से परहेज किया. कांग्रेस ने मंडल आयोग की सिफारिशों को भी लागू नहीं किया था.