लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि देश की जेलों में गरीब, अशिक्षित एवं कमजोर वर्ग के मामूली अपराधों वाले विचाराधीन कैदियों की भरमार है। इन कैदियों की हालत अधिकतर दयनीय व अमानवीय है जो अपने लोकतांत्रिक देश के लिए दुख व चिन्ता की बात है। इसके निदान हेतु मानवीय दृष्टिकोण व कानून के राज की सही प्रक्रिया व कार्रवाई जरूरी।
मायावती ने रविवार को ट्वीट किया कि अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 'संविधान दिवस' पर देश के कर्ताधर्ता व नीति निर्धारकों के सामने इस राष्ट्रीय मुद्दे पर चिन्ता व्यक्त करना उचित एवं विचारणीय है। देश विकास की ओर, ऐसे में और जेलों की क्या जरूरत ? उनके इस मूलभूत प्रश्न पर समुचित विचार व कार्रवाई जरूरी है।