Mathura: जलभराव के लिए कौन है जिम्मेदार, जांच होगी
विधान भवन-नगर निगम में जलभराव की जांच होगी
मथुरा: बारिश के एक तेज झोंके में ही विधान भवन, राजभवन,नगर निगम में जलभराव हो गया था. भविष्य में ऐसी स्थिति से कैसे बचा जा सकता है? जलभराव के लिए कौन जिम्मेदार है? नाला सफाई क्या ठीक से नहीं हुई थी? महापौर ने नगर आयुक्त को जांच का निर्देश दिया है.
निर्देश में यह पता लगाने को भी कहा गया है कि कमियों को कैसे दूर किया जाए. जांच केलिए एक कमेटी बनेगी. महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि मौखिक रूप से वह निर्देश दे चुकी हैं. अब को नगर आयुक्त को चिह्वी भेजेंगी. उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान विधान भवन, राजभवन और नगर निगम मुख्यालय के अंदर पानी भरने की मामले पर रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट के आधार पर काम कराया जाएगा, जिससे जलभराव न हो.
डायबिटीज पर नियंत्रण के लिए वजन घटाना जरूरी: मोटापा सेहत का सबसे बड़ा दुश्मन है. इससे तमाम गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दिल, हड्डी, पेट संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है. यह जानकारी को सेमिनार में लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने दी.
निदेशक डॉ. सीएम सिंह ने कहा कि डायबिटीज और मोटापा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. शरीर का अधिक वजन और मोटापा टाइप 2 डायबिटीज के लिए महत्वपूर्ण जोखिम का कारण है. 18 वर्ष से अधिक पुरुषों में आजीवन डायबिटीज का खतरा सात से 70 फीसदी तक हो जाता है. महिलाओं में आजीवन मधुमेह का जोखिम 12 फीसदी से 74 प्रतिशत तक हो जाता है. जीवनशैली में बदलाव, वजन घटाकर खतरा कम कर सकते हैं.