Mathura: लोहिया में चल रहा महंगी दवाओं को बेचने का खेल

एल्बुमिन दवा समेत महंगी दवाओं का खेल

Update: 2024-11-14 06:16 GMT

मथुरा: लोहिया संस्थान के एचआरएफ की फार्मेसी से जीवन रक्षक महंगी दवाओं को बेचने का खेल चल रहा है. इसी के चलते ही संस्थान प्रशासन ने इस साल में ही 30 आउटसोर्स कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त किया. इनमें से कुछ आउटसोर्स कर्मचारियों ने लोहिया संस्थान के आला अफसरों को फार्मेसी में चल रहे दवाओं के खेल की लिखित शिकायत की थी, लेकिन अफसरों ने उनकी सुनने के बजाए उन्हें संस्थान से हटा ही दिया. अस्पताल में स्थायी फार्मासिस्टों की शिकायत पर जांच तक नहीं कराई.

एल्बुमिन दवा समेत महंगी दवाओं का खेल लोहिया संस्थान में जीवन रक्षक दवा में सबसे अधिक एल्बुमिन दवा का खेल चल रहा था. संस्थान की फार्मेसी में यह दवा करीब 3800 रुपए की है. बाहर मेडिकल स्टोरों पर करीब साढ़े सात हजार रुपए की यह दवा मिलती है. यह दवा लिवर, गुर्दे, दिल की गंभीर बीमारी के दौरान मरीजों को दी जाती है.

कई मरीजों को दो से चार एल्बुमिन भी चढ़ाया जाता है. यह दवा स्टोर से मरीज के नाम पर आवंटित करके बाहर मेडिकल स्टोर व दूसरे अस्पतालों तक पहुंचाई जाती रही है. सूत्रों के मुताबिक यदि सही से ऑडिट करवाया जाए तो एल्बुमिन की इतनी अधिक खपत संस्थान में नहीं है.

80 लाख से अधिक की दवाओं की हेराफेरी: इस गोरखधंधे की शिकायत लंबे समय से तैनात आउटसोर्स कर्मचारी ने लिखित रूप से संस्थान के आला अफसरों से की, लेकिन उसकी शिकायत सुनने के बजाए उसे ही तमाम आरोप लगाकर हटा दिया गया है. इस कर्मचारी ने आरोप लगाया कि वर्ष 2022-23 में 10 लाख रुपए का गबन हुआ. कोविड के समय में भी करीब 75 लाख रुपये की दवाओं का गबन का आरोप है. लोहिया संस्थान के सूत्रों की माने तो करीब 80 लाख रुपए से अधिक की दवाओं का खेल किया जा चुका है.

जांच की जरूरत: माना जा रहा है कि स्थायी फार्मासिस्टों के साथ इस खेल में कुछ अफसर भी लिप्त है. इसलिए कार्रवाई के बजाए आउटसोर्स कर्मचारियों को झूठे मामलों में फंसाकर हटवा दिया जाता है. हटाए गए कर्मचारियों का कहना है कि एजेंसी से सही जांच की जरूरत है.

Tags:    

Similar News

-->