Mathura: कुट्टू आटे 60 से अधिक लोग विषाक्तता के शिकार, अस्पताल में भर्ती

Update: 2024-08-27 07:10 GMT
Mathura मथुरा। मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले 60 से अधिक लोग कुट्टू के आटे से बना 'फलाहार' खाने के बाद कथित तौर पर भोजन विषाक्तता के शिकार हो गये और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंगलवार को अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कुट्टू के आटे की आपूर्ति करने वाले दो दुकानदारों के यहां जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज
कराया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले महिलाओं और बच्चों समेत 60 से अधिक लोगों की कुट्टू के आटे से बने पूड़ी और पकौड़े खाने के बाद विषाक्तता के कारण तबीयत बिगड़ गयी। उन्होंने बताया कि इन लोगों को पेट दर्द, उल्टी और दस्त की शिकायत होने के बाद आगरा तथा मथुरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के त्वरित प्रतिक्रिया दल (रैपिड रिस्पांस टीम) के प्रभारी डॉ. भूदेव प्रसाद ने बताया कि यह घटना सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात करीब तीन बजे की है, जब फरह थाना क्षेत्र के पांच-छह गांवों में 'फूड प्वॉयजनिंग' होने की शिकायत मिली।
डॉ प्रसाद ने बताया ''सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें फरह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) एवं जिला अस्पताल की टीमें उन गांवों में पहुंची और मरीजों को पहले सीएचसी पर लाया गया। लेकिन जब संख्या बढ़ गई तो उन्हें जिला अस्पताल, वृन्दावन स्थित सौ-शैया संयुक्त चिकित्सालय एवं आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।’’
मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि फिलहाल 60 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है, जहां उनका उपचार जारी है। आज दिन में जिन लोगों की हालत सुधर जाएगी, उन्हें छुट्टी दे दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि रात दस बजे के करीब से ही फरह क्षेत्र के कई गांवों में जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले लोगों को पेटदर्द, उल्टी व दस्त की शिकायत होने लगी थी। वर्मा के अनुसार, पहले तो गांव में ही उपचार का प्रयास किया गया, परंतु कुछ ही घंटों में स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व आगरा के अस्पतालों में ले जाया जाने लगा।
उन्होंने बताया कि फूड प्वॉयजनिंग का शिकार हुए लोग परखम, बरोदा, मिर्जापुर, मखदूम, खैरट आदि गांव के निवासी हैं। इन सभी लोगों ने उन दुकानदारों से कूटू का आटा खरीदा था जिन्होंने फरह के दो बड़े किराना मर्चेण्ट झगड़ू और राजकुमार से माल खरीदा था।
एक अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह के निर्देश पर जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दोनों दुकानदारों के यहां छापा मारकर दुकानें सील कर दी हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। पुलिस उन दोनों आरोपी दुकानदारों की तलाश में जुट गई है।
सीएमओ ने बताया पीड़ितों में आधा दर्जन को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, 15 को मथुरा के जिला अस्पताल, 11 को सौ-शैया अस्पताल व अन्य को फरह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
जिलाधिकारी के यहां से बताया गया है कि खाद्य एवं औषधि विभाग लगातार क्षेत्रीय स्तर पर कस्बे व आसपास के गांवों की दुकानों से नमूने एकत्र कर विधिक कार्यवाही कर रहा है। उन्होंने बताया कि अभी तक सभी पीड़ितों की हालत स्थिर है और उनका उपचार जारी है।
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