Mathura: ट्रांसपोर्ट नगर में घटिया निर्माण की वजह से गिरी इमारत
कॉलम और छत तक में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ था.
मथुरा: ट्रांसपोर्ट नगर में घटिया निर्माण के कारण बिल्डिंग गिरी थी. इसके निर्माण में सीमेंट, गिट्टी और मौरंग का सही अनुपात में इस्तेमाल नहीं हुआ था. सीमेंट की मात्रा मानक से काफी कम थी. सरिया व अन्य चीजें भी ठीक नहीं थीं. पिलर से लेकर कॉलम और छत तक में घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ था. इस वजह से बिल्डिंग कमजोर हो गई थी.
गुजरात के गांधीनगर की नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की अंतरिम जांच रिपोर्ट से इसका खुलासा हुआ है. यूनिवर्सिटी ने अपनी रिपोर्ट लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) को भेज दी है. घटिया निर्माण की पुष्टि के बाद अब मामले में इसके मालिकों की परेशानी बढ़नी तय है.
ट्रांसपोर्ट नगर में भूखंड संख्या 54 पर बना तीन मंजिला कॉम्प्लेक्स सितंबर में भरभराकर ढह गया था. एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने मामले की जांच गुजरात की नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी को सौंपी थी. 10 व 11 सितंबर को टीम ने ट्रांसपोर्ट नगर पहुंचकर पड़ताल की थी. ध्वस्त मलबे का हिस्सा, कॉलम बीम, छत तथा मलबे आदि के हिस्से का नमूना एकत्रित कराया था. एलडीए ने सैम्पल गुजरात भेजवाया था, जहां विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने लैब में मलबे की जांच की. अंतरिम रिपोर्ट से साफ हो गया कि घटिया निर्माण होने की वजह से ही बिल्डिंग गिरी. फॉरेंसिक विश्वविद्यालय की रिपोर्ट आने के बाद भवन मालिक की परेशानी बढ़नी तय है. अब यह उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में सबूत का काम करेगी. वहीं फॉरेंसिक विश्वविद्यालय की फाइनल रिपोर्ट भी जल्दी आ जाएगी. इसके बाद शासन की सचिव गृह की अध्यक्षता वाली कमेटी भी अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप देकर सरकार से कार्रवाई की संस्तुति करेगी.
फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी ने अंतरिम जांच रिपोर्ट भेज दी है. बिल्डिंग के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था, जांच में इसकी पुष्टि हुई है. जल्द ही फाइनल रिपोर्ट आ जाएगी. इसके बाद इसे शासन को भेज दिया जाएगा.
प्रथमेश कुमार, वीसी, एलडीए