Mathura: मनरेगा के 80 हजार जॉब कार्ड की जांच होगी
ग्राम सभा स्तर पर एक-एक जॉब कार्ड की जांच करेंगी
मथुरा: मनरेगा के 80386 जॉब कार्ड की जांच होगी. सीडीओ अजय जैन ने यह आदेश दिया है. जांच के लिए प्रत्येक ब्लॉक में टीमें बना दी गई हैं, जो ग्राम सभा स्तर पर एक-एक जॉब कार्ड की जांच करेंगी. इसमें देखा जाएगा कि कहीं प्रधान ने अपने बेटे-बेटियों व परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर तो कार्ड नहीं बनवाया है. ऐसे जो भी जॉब कार्ड मिलेंगे उन सभी को निरस्त किया जाएगा.
जिले में बड़े पैमाने पर ग्राम प्रधानों ने अपने बेटे-बेटियों व अन्य परिजनों के नाम पर मनरेगा के जॉब कार्ड बना रखे हैं. अकेले काकोरी के दसदोई गांव के प्रधान राज कुमार यादव ने अपने तीनों बेटों नागेन्द्र, बालेन्द्र, शैलेन्द्र तथा बेटी ज्योति यादव के नाम जॉब कार्ड बना रखे थे. इनके जरिए मनरेगा की मजदूरी इनके खातों में जा रही थी. यही नहीं, ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत सचिव के साथ मिलकर अपने दोनों पुत्रों को गोशाला में गोपालक भी बनवा दिया. इसे सीडीओ अजय जैन ने गंभीरता से लिया है. अब लखनऊ के सभी गांवों के जॉब कार्ड की जांच का आदेश दिया है. इसके लिए करीब 200 ग्राम पंचायत सचिव व अन्य कर्मचारी लगाए गए हैं. ये जॉब कार्ड का सत्यापन करेंगे.
माल, मोहनलालगंज में भी बेटे-बेटियों के नाम कार्र्ड
काकोरी ही नहीं, माल, चिनहट तथा मोहनलालगंज के भी कई गांवों के प्रधानों ने अपने बेटे-बेटियों व नौकरों के नाम जॉब कार्ड बनाए हैं. कुछ प्रधानों ने दूसरे शहरों में काम करने वालों के नाम जॉब कार्ड बना दिए हैं. ऐसे सभी जॉब कार्ड निरस्त किए जाएंगे.
ग्राम प्रधानों के बेटे-बेटियों के नाम जॉब कार्ड बनाने के मामले की जानकारी हुई है. मनरेगा के लखनऊ में 80 हजार से ज्यादा जॉब कार्ड हैं. सभी की जांच 15 दिनों में होगी. रिपोर्ट के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
अजय जैन, मुख्य विकास अधिकारी