मेरठ न्यूज़: ठीक 10 माह पहले मेरठ के अलावा गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा हुई थी। यहां पर उन्होंने मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का तोहफा जनता को समर्पित किया था। उनकी यह जनसभा बड़े स्तर पर की गई थी। 10 माह के बाद भी जनसभा में टेंट लगाने वाले ठेकेदार को अभी तक भुगतान नहीं हुआ है। इसका पांच करोड़ का बिल लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भेजा गया है, जिसका रिमाइंडर भी दिया गया है। दरअसल, भाजपा के बड़े कार्यक्रम का रैली टेंट की व्यवस्था मुजफ्फरनगर निवासी प्रवीण जैन को दी जाती है। पश्चिमी यूपी में जितनी भी बड़ी जनसभा होगी, उनकी जिम्मेदारी टेंट और जर्मन हैंगर लगाने की जिम्मेदारी प्रवीण जैन को ही दी जाती है। दो जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि सलावा में बड़ी जनसभा हुई थी, लाखों लोग इसमें पहुंचे थे। जनसभा में टेंट की पूरी व्यवस्था प्रवीण जैन और उनकी टीम के माध्यम से ही की गई थी।
जनरेटर से लेकर तमाम माइक सिस्टम तक प्रवीण जैन का ही होता हैं। प्रधानमंत्री की इस जनसभा का करीब पांच करोड़ रुपये टेंट पर व्यय हुआ था। अब बड़ा मामला यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस जनसभा को करीब 10 माह, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं हुआ। प्रवीण जैन का कहना है कि रिमाइंडर दे दिया है, लेकिन उसका देर सबेर भुगतान हो ही जाता है। इसमें किसी तरह की दिक्कत नहीं है, लेकिन लोक निर्माण विभाग की तरफ से इस प्रधानमंत्री की जनसभा पर आए खर्च का ब्योरा तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। बताया गया है कि इसका भुगतान केंद्र सरकार ही करेगी, लेकिन पीडब्ल्यूडी के माध्यम से इसका भुगतान किया जाएगा। कब किया जाएगा? अभी यह कहना मुश्किल है। क्योंकि 10 माह बीत चुके हैं आगे भी समय लग सकता है।