अमरोहा : जिले में 61 गायों की मौत के मामले में वांछित चल रहे मुख्य आरोपी व 50 हजार के इनामी ताहिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इस बात की जानकारी एसपी आदित्य लांग्हे ने साझा की है. इस मामले में सीएम योगी द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने घटना स्थल पर जांच-पड़ताल करने पहुंची थी. घटना के अगले दिन गंगेश्वरी खंड विकास अधिकारी रेणु सिंह की तहरीर पर ठेकेदार ताहिर, ग्राम विकास अधिकारी अंश, महेश सिंह, शीशपाल, सहदेव, अमरजीत, नेपाल व इमरान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया था. गायों की मौत के बाद मुख्य आरोपी ताहिर फरार हो गया था. पुलिस ने ताहिर को पकड़ने के लिए 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. सोमवार की सुबह पुलिस ने ताहिर को कचहरी के बाहर से गिरफ्तार कर लिया. ताहिर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे कहीं दूसरे स्थान पर ले जाकर पूछताछ की. मंगलवार को अमरोहा पुलिस अधीक्षक आदित्य लाग्हे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके घटना का खुलासा किया.
पुलिस की पूछताछ में ताहिर ने बताया कि ग्राम प्रधान ने उसे गायों के लिए चारे का ठेका दिया था. ताहिर द्वारा भेजे गए चारे को खाने के बाद गायों की हालत खराब हुई थी. घटना के बाद ताहिर फरार हो गया था. एसपी आदित्य लाग्हे ने बताया कि ताहिर ने कुछ चारा संभल भी भिजवाया था, उसकी जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि अभी मामले की जांच चल रही है, जांच के बाद ही पूरे प्रकरण का पता चलेगा. एसपी ने बताया कि इस मामले में प्रधान रामौतार का नाम भी प्रकाश में आया है. पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई करके उसे जेल भेज दिया है.
गायो की मृत्यु के प्रकरण में मुख्य आरोपी ने सोमवार को अदालत पहुंचकर आत्मसमर्पण का प्रयास किया था. उसने अधिवक्ता के माध्यम से लगभग सीजेएम की अदालत में प्रार्थना पत्र भी दिया था. थाने में दर्ज रिपोर्ट मिलने के बाद ही अदालत में समर्पण की प्रक्रिया पूरी होती है. इसलिए कोर्ट ने प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए आदमपुर थाने से वंचित रिपोर्ट मांगी थी. समर्पण की प्रक्रिया करने के बाद आरोपी कचहरी से बाहर जा रहा था. तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ के लिए ले गई.
बीते 4 अगस्त को ग्राम सांथलपुर स्थित गोशाला में जहरीला चारा खाने से 61 गोवंशों की मौत हो गई थी. जबकि 60 से ज्यादा पशुओं की हालत बिगड़ गई थी. यह मामला तूल पकड़े के बाद सीएम योगी ने इसका संज्ञान लिया था. सीएम ने अपर मुख्य सचिव पशुधन, निदेशक पशुधन और मुरादाबाद के मंडलायुक्त को घटना की जांच करके रिपोर्ट देने के लिए कहा था. सीएम के आदेश के बाद 5 अगस्त को पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने गोशाला का निरीक्षण किया था..
गोवंशीय पशुओं की मौत के बाद मण्डल और पशु विभाग के बड़े चिकित्सकों की कई टीमों ने गोशाला पहुंचकर जांच-पड़ताल की थी. पुलिस ने इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. इस घटना के मुख्य आरोपी ताहिर को पकड़ने के लिए पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.