दौसा। दौसा बसवा कस्बे के लोगों ने बसवा थाने का स्टाफ बदलने के लिए बांदीकुई सीईओ ईश्वर सिंह व बसवा उपखंड अधिकारी डॉक्टर नवनीत कुमार को ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त की रात्रि को 10:30 बजे लोकेश मीणा पर पाच सात व्यक्तियों ने जानलेवा हमला कर घायल कर दिया। घटना के बाद पहुंची पुलिस घायल लोकेश को थाने ले गई, लेकिन 5 घंटे तक घायल लोकेश थाने में तड़पता रहा, लेकिन पुलिस ने उसका इलाज भी नहीं कराया और मुकदमा भी दर्ज नहीं किया।
16 अगस्त को सुबह 10 बजे पुलिस इलाज करने के लिए अस्पताल लेकर कई। हालत ज्यादा खराब होने पर चिकित्सकों ने उसे रैफर कर दिया, लेकिन पुलिस ने उसको जयपुर ले जाना मुनासिब नहीं समझा। बाद में परिजन उसे जयपुर उपचार करने के लिए ले गए । जहां पर 20 अगस्त को सुबह 8 बजे घायल ने दम तोड़ दिया। ज्ञापन में लोगों ने पूरे बसवा थाना स्टाफ को बदलने व दोषियों को गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलवाने व मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता , एक सदस्य को नौकरी दिलवाने की मांग की । इस मौके पर सुरेश मीणा, प्रधान सीताराम मीणा ,पंचायत समिति सदस्य नादानसिंह मीणा ,जिला परिषद सदस्य तेजाराम भोपा, पूर्व सरपंच रामकरण सैनी, विजय मीणा, कमलेश जयसिंह पुरा, रामप्रताप मीणा सहित अन्य लोग मौजूद थे।
भांडारेज. तहसील मुख्यालय भांडारेज पर सोमवार को किसान नेताओं की बैठक आयोजित की गई। इसमें ईआरसीपी योजना को लेकर आंदोलनरत किसान नेताओं ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक आयोजित कर 24 अगस्त को कस्बे के बावड़ी दरवाजा स्थित परिसर में किसान महापंचायत आयोजन करने का निर्णय लिया। इसमें ईआरसीपी योजना को लेकर आगे बनाई जाने वाली रणनीति की चर्चा की गई। किसान नेता इन्दल सिंह जाट और जिला पार्षद मोहना गुर्जर ने हिस्सा लिया। भरतपुर के किसान नेता इन्दल सिंह जाट और मोहना गुर्जर ने कहा कि भाजपा राज में बने ईआरसीपी प्रोजेक्ट को केन्द्र की भाजपा की ही सरकार अटका रहीं हैं । इस योजना का प्रथम चरण 6 वर्ष में पूरा होना था, लेकिन केन्द्र सरकार ने इसे 6 वर्ष से अटका रखा है, जबकि पूर्वी राजस्थान की सभी नदी, बांध व नहर बगैर पानी के सूखे पड़े हुऐ हैं ।
किसान नेता इन्दल सिंह ने कहा कि बिना सिंचाई पानी के अभाव में किसान और खेती बर्बाद हो चुकी हैं तथा दौसा, भरतपुर करौली अलवर सवाई माधोपुर व टोंक जिलों में पेयजल और सिंचाई के पानी का गम्भीर संकट हैं । किसानों ने कहा कि केन्द्र सरकार को पानी के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। किसान तथा जनहित के मुद्दे को राष्ट्रीय योजना घोषित करना चाहिए। चेयरमैन रामप्रसाद ने कहा कि यह मुद्दा किसानों का है। रामकरण गुर्जर, राजेंद्र सैनी, वीरू सैनी, रामधन सैनी, गिर्राज गुर्जर, मथुरेश, मदन सिंह राजपूत, सुरेश जांगिड़, नरसी डोई, यादराम बैंसला प्रतापपुरा सहित अनेक प्रमुख लोगों ने विचार व्यक्त किए।