बदमाशों पर कार्रवाई के लिए छह दिन से अनशन कर रहे महंत रामसागर की बिगड़ी तबीयत, जानें मामला

टड़ियावां थाना क्षेत्र के गंगई गांव निवासी बाबा रामसागर दास खुद पर हुए हमले से काफी आहत हुए हैं.

Update: 2021-11-21 17:20 GMT

हरदोई. टड़ियावां थाना क्षेत्र के गंगई गांव निवासी बाबा रामसागर दास खुद पर हुए हमले से काफी आहत हुए हैं. मारपीट करने वालों के खिलाफ में कार्रवाई की मांग के लिए उन्होंने भूख हड़ताल का सहारा लिया है. वे हरदोई के कलेक्ट्रेट में भूख हड़ताल और धरने पर बैठे हैं, लेकिन पिछले छह दिनों से भूखे महंत की हालत अब बिगड़ती जा रही है.

महंत रामसागर दास को लगातार समझाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. उनका कहना है कि उनको कोई आश्वासन नही मिला है. गौरतलब है कि वे पहले भी वह एकबार पहले भी कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ चुके है। 6 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे महंत की हालत खराब हो गई है.
टड़ियावां थाना क्षेत्र के गंगई गांव के रहनेवाले बाबा रामसागर दास गोमती नदी किनारे आश्रम में रहते हैं. उनका आरोप है कि कुछ असामाजिक तत्व उनके आश्रम में गए उनको मारा-पीटा, लूटपाट की और भाग निकले. पुलिस ने इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं की और असामाजिक तत्व लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. कलेक्ट्रेट में भूख हड़ताल पर बैठे बाबा पंचम दास के पुत्र बाबा रामसागर दास ने आरोप लगाए हैं कि उनके ही गांव के रहने वाले बांके व करनपुर गांव के रहने वाले देशराज ने उनको मारपीट कर आश्रम से भगा दिया और लूटपाट की. सिरसा के पेड़ के नीचे महंत का आश्रम है वहीं पर रहकर भगवान का भजन पूजन करते हैं.
महंत का आरोप है कि पूरे मामले की सूचना उन्होंने पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की. इस कारण उनलोगों के हौसले और बुलंद हो गए हैं. महंत चाहते हैं कि जल्द से जल्द उन असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी हो और जब तक पुलिस ऐसा नहीं करती वे भूख हड़ताल पर बने रहेंगे.


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