गंगा बैराज पर लग्जरी कार ने डिपार्टमेंटल स्टोर मैनेजर को रौंदा

Update: 2023-06-08 12:38 GMT

कानपूर न्यूज़: गंगा बैराज स्थित मैगी प्वाइंट के पास की देर रात एक लग्जरी कार ने डिपार्टमेंटल स्टोर के मैनेजर व पार्ट टाइम एकाउंटेंट को टक्कर मार दी. उसे उपचार के लिए हैलट ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई. इधर, हादसे के बाद चालक ने रफ्तार बढ़ाई तो अचानक कार का एयरबैग खुल गया. दिखाई न देने पर चालक कार को बैराज पुल पर ही कार छोड़कर भाग निकला. कोहना पुलिस ने गाड़ी को कब्जे में लेकर शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों के हवाले कर दिया.

संजय गांधी नगर नौबस्ता निवासी प्रेम नारायण त्रिवेदी दिव्यांग (एक आंख से दिखता नहीं) हैं. उनका बेटा सूर्यन त्रिवेदी (37) की शाम लगभग 615 बजे घर पर दोस्तों के साथ जाने की बात कहकर घर से निकला था. सूर्यन के बहनोई पवन बाजपेई के मुताबिक वह जीटी रोड स्थित एक डिपार्टमेंट स्टोर में मैनेजर था. साथ ही कुछ फर्मों में पार्ट टाइम एकाउंटेंट का काम भी करते थे.

सूर्यन के दोस्तों के मुताबिक वह बाइक पर मित्र अतुल मिश्रा के साथ दूसरे मित्र एनआरआई सिटी निवासी सर्वोत्तम तिवारी के घर गया. वहां से तीनों दोस्त की कार से घूमने निकल गए. घूमते हुए रात 956 बजे वे गंगा बैराज पहुंचे. कोहना थाने की गंगा बैराज चौकी से थोड़ा पहले एक मैगी प्वाइंट पर कार रोकी गई. सूर्यन कार से उतरा और सड़क पार कर दूसरी तरफ जाने लगा. तभी उन्नाव की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार लग्जरी कार ने उसे टक्कर मार दी. सूर्यन बुरी तरह घायल हो गया. कार बैराज पुल पर पहुंची ही थी कि अचानक उसके एयरबैग खुलने के कारण कार चालक कार को छोड़कर फरार हो गया.

हितेन्द्र सिंह के नाम पर गाड़ी इंस्पेक्टर कोहना सुखबीर सिंह ने बताया कि गाड़ी हितेन्द्र सिंह की है. वह 122 सोना पोस्ट भीमसेन का रहने वाला है. एक टीम दबिश के लिए भेजी गई है.

तीन साल पहले हुई थी शादी

सूर्यन के बहनोई पवन बाजपेई ने बताया कि उसकी तीन साल पहले फतेहपुर निवासी शालिनी से शादी हुई थी. वह अपने परिवार में एकलौता लड़का है. पिता प्राइवेट नौकरी करते थे वर्तमान में कुछ नहीं कर रहे हैं. घर में मां सुधा के अलावा दो बहने हैं. बड़ी बहन मधु की शादी पवन बाजपेई से हुई है और वह नौबस्ता में रहती है. छोटी बहन प्रगति पढ़ाई कर रही है.

लगा, सूर्यन उसे अस्पताल लेकर चला गया

अतुल के मुताबिक सूर्यन बहुत की सामाजिक था. वह हमेशा दूसरों की मदद को आगे रहता था. दोनों दोस्तों ने बीस मिनट तक उसे मौके पर तलाशा फिर उन्हें लगा कि सूर्यन घायल को लेकर अस्पताल चला गया होगा. इसके बाद दोनों दोस्त कोहना थाने पहुंचे और वहां पर घटना के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि हैलेट ले जाया गया है. वह लोग हैलट पहुंचे तो वहां सूर्यन ही घायल अवस्था में स्ट्रेचर पर मौजूद था. उसके बाद उसके परिवार वालों को सूचित किया और देर रात उसकी मौत हो गई.

Tags:    

Similar News

-->