Lucknow: प्रदेश में यील्ड एस्टिमेशन सिस्टम बेस्ड ऑन टेक्नोलॉजी लागू होगी
फसलों का बीमा संभावित उत्पादन के आधार पर होगा
लखनऊ: फूड बास्केट ऑफ इंडिया के तौर पर देश-दुनिया में उत्तर प्रदेश की पहचान को प्रशस्त कर रही योगी सरकार अब प्रदेश के किसानों की फसलों की सुरक्षा को लेकर नया कदम उठाने जा रही है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत अब प्रदेश में यील्ड एस्टिमेशन सिस्टम बेस्ड ऑन टेक्नोलॉजी (यस-टेक) को लागू करने की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है यानी अब किसान संभावित उत्पादन के आधार पर बीमा करवा सकेंगे.
इस प्रक्रिया के साथ ही रीस्ट्रक्चर्ड वेदर बेस्ड क्रॉप इंश्योरेंस स्कीम (आरडब्ल्यूबीसीआईएस) के अंतर्गत फसलों की मॉनिटरिंग व रखरखाव की प्रक्रिया को दुरुस्त करने की दिशा में भी योगी सरकार ने कदम बढ़ा दिए हैं. प्रदेश की फसलों को मौसमी आपदाओं से बचाने, किसानों को फसलों का बीमा उपलब्ध कराने तथा ग्राम पंचायत स्तर पर फसलों के निरीक्षण की प्रक्रिया को और सुदृढ़ बनाने के लिए योगी सरकार द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई थी. अब इसी कार्ययोजना को क्रियान्वित करते हुए कृषि विभाग ने प्रदेश में यस टेक को लागू करने के लिए टीआईपी की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
छोटी कक्षाओं में कौशल विकास कराएं: मिशन शक्ति योजना भविष्य में महिलाओं की ऑटोमेशन क्षेत्र में भूमिका निर्धारित करने में सहायक सिद्ध होगी. यह विचार प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित यूपी इण्डस्ट्रीयल कन्सलटेन्ट लि. (यूपीकान) की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित बैठक के दौरान व्यक्त किए. उन्होंने नई शिक्षा के तहत छोटी कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए वोकेशनल प्रशिक्षण एवं कौशल विकास कराने हेतु भी निर्देश दिया.