लखनऊ: गौतमपल्ली क्षेत्र में विक्रमादित्य चौराहे के पास सुबह दो वर्षीय बेटी को सड़क किनारे छोड़ कर महिला ने खुद को आग लगा ली. लपटों में घिरा देख राहगीरों ने उसे बचाने का प्रयास किया. कम्बल डाल कर आग बुझाते हुए गौतमपल्ली पुलिस ने महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया. हालत नाजुक होने पर केजीएमयू रेफर कर दिया गया. महिला ने उन्नाव के पुरवा थाने में पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज कराया था. महिला के पास मिले शिकायती पत्र में उन्नाव पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने और लूटे गए जेवर वापस नहीं दिलाने की बात लिखी है. पीड़िता ने पत्र में लिखा है कि उसका मोबाइल फोन भांजे निर्मल ने छीन लिया था. इस बात की शिकायत महिला ने पुरवा थाने में की थी. वहीं, उन्नाव एसपी ने महिला के पति और देवर को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने की बात कही है.
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि महिला की शादी उन्नाव के पुरवा में हुई है. दो को उसने ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था, जिसकी जांच उन्नाव पुलिस कर रही है. वहीं, सुबह महिला दो वर्षीय बेटी को लेकर विक्रमादित्य से जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के रास्ते पर पहुंची. उसने बेटी को सड़क किनारे छोड़ दिया. फिर बैग से बोतल निकाल कर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेल कर आग लगा ली.
देखते ही देखते वह लपटों में घिर गई और मदद के लिए चीखने लगी. हल्ला होने पर राहगीर और मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मी मदद के लिए दौड़ पड़े. बचाने के लिए उस पर पानी फेंका गया. इस बीच कुछ लोग कम्बल ले आए, जिसे डाल कर महिला के शरीर पर लगी आग बुझाई गई. डीसीपी ने बताया कि केजीएमयू में उसकी हालत नाजुक बनी है.