Lucknow: इन कंपनियों से फाइनेंस कराया तो नहीं होगा वाहनों का पंजीकरण
अवस्थी इंटरप्राइजेज सहित अन्य कंपनियां शामिल
लखनऊ: यदि आपको गाड़ी खरीदनी है और किसी फाइनेंस कंपनी से लोन लेना चाहते हैं तो आरबीआई अप्रूव्ड फाइनेंस कंपनी का चयन करें.अन्यथा आरटीओ में गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा.क्योंकि आरटीओ ने गाड़ियों की फाइनेंस करने वाली 20 संदिग्ध फर्म को ब्लैक लिस्ट किया है.इनमें अजमनी इंटरप्राइजेज, अंजनी इंटरप्राइजेज, अवस्थी इंटरप्राइजेज सहित अन्य कंपनियां शामिल हैं.
आरटीओ प्रशासन ने कर्मियों को साफ निर्देश दिया गया है कि अगर इन फर्मों से फाइनेंस हुई गाड़ियां आती हैं, तो उनका रजिस्ट्रेशन न करें.
आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक गृह विभाग की रिपोर्ट है कि हवाला कारोबार से आने वाली रकम और ब्लैक मनी को इन कंपनियों की मदद से लीगल बनाया जा रहा है.विशेष सतर्कता बरतें.इसके बाद आरटीओ ने बड़ी मुसीबत से बचने के लिए अब साफ कर दिया है कि कंपनियां आरबीआई प्रमाणित होनी चाहिए.
फाइनेंस कंपनी को आरबीआई का अप्रूवल दिखाना होगा, जिससे यह पता चल सकेगा कि उस कंपनी के पास आने वाली कमाई और पैसा लीगल है.पहले परिवहन विभाग के एक्ट के मुताबिक साहूकारी व्यवस्था के तहत भी फाइनेंस की सुविधा रही है.हालांकि सरकार ने इस पर रोक लगा दी, तो परिवहन विभाग में भी व्यवस्था बन गई.इस बीच कई ऐसी फाइनेंस कंपनियां आ गईं हैं, जिनके मूल व्यवसाय का पता नहीं है.गृह विभाग को सूचना मिली है कि हवाला के कारोबार से आने वाली रकम को फाइनेंस कंपनियों के जरिये लीगल किया जा रहा है.साथ ही ब्लैक मनी को भी व्हाइट किया जा रहा है.इसकी रिपोर्ट विभागों को भेजी गई थी.
20 कंपनियों को ब्लैक लिस्टेड किया गया है जिनका आरबीआई से अनुमोदन नहीं है.ऐसी वित्तीय फर्मों से फाइनेंस वाले वाहनों का रजिस्ट्रेशन रोका गया है.पीके सिंह, एआरटीओ प्रशासन
9600 फाइनेंस कंपनियां
यूपी में करीब 9600 फाइनेंस कंपनियां हैं जिनकी स्क्रूटनी की जा रही है.आरटीओ अधिकारियों के मुताबिक संदिग्ध कंपनियों की संख्या बढ़ सकती है.विभाग अब ऐसी फाइनेंस कंपनियों को ही मानेगा जो आरबीआई प्रमाणित हों.