Lucknow: विश्व शौचालय दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ

लखनऊ भारत का ही नहीं, बल्कि विश्व का भी स्वच्छ व सुन्दर शहर है: एच. ई. एरिक गार्सेटी

Update: 2024-11-20 05:21 GMT

लखनऊ: विश्व शौचालय दिवस पर शहरी क्षेत्रों में सुरक्षा, स्वास्थ्य, गरिमा को समर्पित प्रबंधित स्वच्छता को आगे बढ़ाने के लिए दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला का शुभारम्भ मंगलवार को लखनऊ के द सेन्ट्रम होटल में केंद्रीय शहरी कार्य मंत्रालय के राज्यमंत्री तोखन साहू, प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा, राज्य मंत्री राकेश राठौर भारत में अमरीकी राजदूत एच. ई. एरिक गार्सेटी ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।

कार्यशाला को सम्बोधित करते केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा प्रधानमंत्री के संकल्प से स्वच्छ भारत मिशन के तहत आज पूरा देश खुले में शौच से मुक्त हो गया है।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को साकार करने के लिए, लोगों को खुले में शौच से मुक्ति देने व स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई। इसके बाद से देश में स्वच्छता को लेकर लोगों की धारणाये बदली हैं। अब तक लाखों शौचालयों का निर्माण कर सभी निकायों को खुले में शौच से मुक्ति (ओ.डी.एफ) मिली है। इसमें 435 निकाय ओडीएफ प्लस हुए और 129 निकायों ने ओडीएफ प्लस-प्लस का दर्जा प्राप्त कर लिया है। प्रदेश में सफाई कार्मिकों को भी अब उनके कार्यों को पूरा सम्मान मिलता है। उनके सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए सभी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है एवं उनके बच्चों की शिक्षा के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है। सफाई कर्मियों के जीवन और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए सफाई के खतरनाक कार्यों व मेनहोल की सफाई के लिए मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। सफाई कार्यों में लगे सभी कर्मिकों को स्वच्छता और सुरक्षा किट भी दी गयी है, साथ ही उनके स्वास्थ्य का भी परिक्षण भी कराया जाता है।

नागरिकों और संस्थाओं के माध्यम से उन्हें अन्य साहूलियतें भी दिलाई जा रही। सफाई कार्यों को पूर्ण सुरक्षा के साथ कराया जा रहा है। निकायों के 30 से 40 प्रतिशत कूड़े का पूर्ण निस्तारण भी किया जा रहा है। वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक की मदद से शहरों की सफाई व्यवस्था को बनाये रखना, तथा कूड़े के प्रबंधन में सफलता मिल रही। कहा कि विश्व में जब कहीं पर भी नगरीय व्यवस्था नहीं थी, तब हमारे देश के सिंधु घाटी के निवासियों ने प्राचीन काल में ही ड्रेनेज़ एवं सेप्टिक सिस्टम की व्यवस्था को अपनाकर दुनिया को नागरीकरण की व्यवस्था दी। उन्होंने कहा कि विगत 2-3 वर्षों में प्रदेश में सभी त्योहारों को पूर्ण स्वच्छता, प्लास्टिक मुक्त व जीरो वेस्ट इवेंट के रूप में मनाया जा रहा है।

भारत में अमरीकी राजदूत एच. ई. एरिक गार्सेटी ने आपने सम्बोधन में लखनऊ की तारीफ करते हुए कहा कि लखनऊ भारत का ही नहीं, बल्कि विश्व का भी स्वच्छ व सुन्दर शहर है। इस स्वच्छता को बनाये रखने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ सफाई कर्मियों की सुरक्षा, सम्मान बहुत महत्वपूर्ण है। संयुक्त राज्य अमरीका और भारत दोनों के स्वच्छता को लेकर उद्देश्य एक ही हैं। लोगों के लिए सीवेज सिस्टम की बेहतर व्यवस्था, आपशिष्ट और प्लास्टिक की रीसायकलिंग व पुनः प्रयोग के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। सीवेज कनेक्शन की सुविधा सभी को प्राप्त हो, इस पर गंभीरता से कार्य हो।

यह विश्व शौचालय दिवस 2024, स्वच्छ भारत मिशन-शहरी (एसबीएम-यू) के तहत भारत की प्रगति का जश्न मनाने और एसबीएम-यू 2.0 के माध्यम से शहरी स्वच्छता के भविष्य की कल्पना करने के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) के सहयोग से समर्पित है। उत्तर प्रदेश सरकार, यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी), बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ), और वॉश इंस्टीट्यूट एडवांसिंग सेफली मैनेज्ड पर दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला का आयोजन कर रहा है।

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