Lucknow: व्हाइट टॉपिंग से बनेगा श्रीकृष्ण जन्मस्थान का मार्ग
"15 महीने में इस मार्ग का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य"
लखनऊ: मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट योजना में श्रीकृष्ण जन्मस्थान के गोविंद नगर गेट नंबर तीन से पोतरा कुंड तक करीब 1.75 किलोमीटर लंबा मार्ग अत्याधुनिक होने जा रहा है. 16.45 करोड़ रुपये से यह मार्ग व्हाइट टॉपिंग तकनीकि से बनेगा, जो जिले का पहला मार्ग होगा. यानि की गोविंद नगर गेट से पोतरा कुंड तक का मार्ग सात मीटर चौड़ा होगा, एक मॉडल मार्ग की तरह नजर आएगा. 15 महीने में इस मार्ग का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है.
बताते चलें कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर वर्तमान में गोविंद नगर स्थित गेट संख्या तीन से प्रवेश करने वाले यात्रियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है. यही नहीं वीवीआईपी भी इसी मार्ग से श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचते हैं. इसे देखते हुए अर्बन रोड इन्फ्रास्टचर डेवलपमेन्ट एजेन्सी द्वारा संचालित मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट योजनान्तर्गत गोविंद नगर गेट संख्या तीन से लेकर महाविद्या यादव चौराहा से पोतरा कुंड तक जाने वाले मार्ग को व्हाइट टापिंग तकनीकि से बनाने को हरी झंडी मिल गयी है. यह काम नेशनल हाईवे कंस्ट्रक्शन कंपनी को करना है. इसके लिए सबसे पहले इस मार्ग की विद्युत से लेकर मार्ग प्रकाश तक के लिए भूमिगत पाइप लाइन डाली जाएगी. यही नहीं मार्ग के दोनों ओर फुटपाथ होंगे और डिवाइडर बनाए जाएंगे. नगर निगम के प्रभारी मुख्य अभियन्ता अमरेन्द्र गौतम ने बताया कि अतिक्रमण हटाते हुए मार्ग को सात मीटर तक चौड़ा किया जाएगा. मार्ग के सौंदर्यकरण के साथ-साथ अत्याधुनिक प्रकाश व्यवस्था व पौधारोपण किया जाएगा. मार्ग के निर्माण पर 16 करोड़ 45 लाख रुपये व्यय होने हैं. व्हाइट टापिंग तकनीकि की वजह से कम से दो दशक तक इस सड़क का कुछ नहीं बिगड़ेगा.
नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने मार्ग का निर्माण प्रारंभ कराने के लिए जलकल, ड्रेनेज एवं सीवरेज इकाई उप्र जल निगम, दक्षिणांचल विद्युत वितरण खण्ड कृष्णा नगर के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन किया. तत्पश्चात उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान परियोजना की गाइड लाइन के अनुसार कार्य प्रारम्भ किये जाने हेतु सम्बन्धित विभागों को कार्य योजना तैयार कर कार्यालय में उपलब्ध कराते हुए यथाशीघ्र कार्य प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये.
इस कार्य के पर्यवेक्षक के लिए अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार को नोडल नामित किया गया एवं उन्हें निर्देशित किया गया कि कार्य में किसी भी प्रकार की समस्या अथवा कमी के संबंध में तत्काल अवगत कराया जाए. इसी के साथ कार्य में लगे सभी संबंधित विभाग के अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि मौके पर उपस्थित रहकर अपने निर्देशन में कार्य कराया जाना सुनिश्चित करें.
क्या है व्हाइट टॉपिंग तकनीक: व्हाइट टॉपिंग तकनीक में पुरानी सड़क की ऊपरी परत हटाकर कंक्रीट की मोटी परत बिछाई जाती है. इसमें एम-40 ग्रेड सीमेंट और फाइबर बुरादा का इस्तेमाल होता है. 6 से 8 इंच मोटी यह परत सड़क को मजबूत बनाती है. भारी ट्रैफिक और खराब मौसम का भी इस पर कम असर होता है. इससे सड़क की उम्र 20 से 25 साल तक बढ़ जाती है. यह तकनीक पर्यावरण के अनुकूल भी है. कंक्रीट की सतह डामर से ज़्यादा ठंडी रहती है. इससे रख-रखाव का खर्च भी कम आता है. व्हाइट टॉपिंग सड़क को मज़बूत बनाने और उनकी आयु बढ़ाने का एक आधुनिक तरीका है. इस तकनीक से सड़कों की रख-रखाव की लागत कम आती है. कंक्रीट की सतह डामर की तुलना में ठंडी रहती है. यह तकनीक पर्यावरण के अनुकूल है.