Lucknow: क्यूआर कोड बनेगा वर्चुअल गाइड: चिड़ियाघर प्रशासन
ऑडियो और लिखित में होगी सूचना
लखनऊ: चिड़ियाघर में जानवरों के दीदार के साथ ही अब उनके बारे में रोचक जानकारी भी लोग पा सकेंगे. इसके लिए चिड़ियाघर प्रशासन हर बाड़े के सामने क्यूआर कोड चस्पा करेगा. स्कैन करते ही क्यूआर कोड वर्चुअल गाइड बन जाएगा.
चिड़ियाघर में अलग-अलग प्रजाति के 105 जानवर हैं. जानवर यहां करीब 50 बाड़ों में रहते हैं. इनमें प्रमुख रूप से शेर, बाघ, तेंदुआ, गैंडा, दरियाई घोड़ा, भालू और हिरन हैं. छोटे जानवरों में भेड़िए, सियार और लकड़बग्घे हैं. सभी बाड़े के सामने जानवरों के वैज्ञानिक नाम और मूल गृह क्षेत्र लिखा होता है. पर्यटक बार-बार चिड़ियाघर आएं, इसको बढ़ावा देने के लिए जू प्रशासन वर्चुअल गाइड की सुविधा देने की तैयारी कर रहा है.
हर प्रजाति का होगा क्यूआर कोड चिड़ियाघर प्रशासन हर प्रजाति के जानवरों के लिए अलग-अलग क्यूआर कोड बनवा रहा है. इसमें जानवर के वैज्ञानिक नाम, निवास क्षेत्र, आहार, आयु, प्रजनन क्षमता की जानकारी होगी. इसके अलावा अमुक जानवर कहां से कैसे और किन परिस्थितियों में चिड़ियाघर पहुंचा रोचक जानकारी भी लोगों को मिलेगी.
ऑडियो और लिखित में होगी सूचना क्यूआर कोड पर सूचनाएं ऑडियो और लिखित मोड में मिलेंगी. ऑडियो किसी मनमोहक आवाज में रिकॉर्ड किया जाएगा. ताकि पर्यटक आवाज को बार-बार सुनना पसंद करें.
भविष्य में वाई-फाई से लैस होगा चिड़ियाघर चिड़ियाघर प्रशासन पूरे परिसर को वाई-फाई से लैस करेगा. सैलानियों के बाड़े के सामने पहुंचते ही हेडफोन वाई-फाई से कनेक्ट हो जाएगा और बाड़े में मौजूद जानवर से जुड़ी रोचक जानकारी उपलब्ध होगी.
चिड़ियाघर में हर प्रजाति के जानवर के बाड़े में क्यूआर कोड लगाया जाएगा. स्कैन करते ही वर्चुअल गाइड क्यूआर कोड से ऑडियो और लिखित में जानकारी मिल सकेगी.
- केके सिंह, निदेशक कानपुर चिड़ियाघर, मुख्य वन संरक्षक